**रायपुर रेलवे स्टेशन में अवैध धंधा! 24 टी स्टॉल, फ्रूट ट्रॉली और पुड़ी-सब्जी स्टॉल बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से चल रहे, कार्रवाई पर सवाल**

**रायपुर रेलवे स्टेशन में अवैध धंधा! 24 टी स्टॉल, फ्रूट ट्रॉली और पुड़ी-सब्जी स्टॉल बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से चल रहे, कार्रवाई पर सवाल**

रायपुर: रायपुर रेलवे स्टेशन में अवैध धंधों का खेल जोरों पर है! चौंकाने वाली बात यह है कि स्टेशन पर 24 टी स्टॉल, फ्रूट ट्रॉली और पुड़ी-सब्जी स्टॉल बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित हो रहे हैं। जी हां, 22 अप्रैल 2025 को इन स्टॉलों के पास रायपुर रेलवे स्टेशन में वेंडिंग या दुकान चलाने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। अब सवाल उठता है कि इन अवैध स्टॉलों पर कार्रवाई कौन करेगा? आरपीएफ, कमर्शियल विभाग या कोई और?

**कमर्शियल टीम की कार्रवाई, लेकिन आधा-अधूरा एक्शन!**  

हाल ही में रायपुर रेल मंडल की कमर्शियल टीम ने स्टेशन पर छापेमारी की, लेकिन कार्रवाई सिर्फ एक पुड़ी-सब्जी वेंडर, एक नेत्रहीन वेंडर और दो वेज-नॉनवेज ट्रे वेंडरों तक सीमित रही। हैरानी की बात यह है कि जिस कंपनी के 24 स्टॉल और ट्रॉली स्टेशन पर चल रहे हैं, उनका लाइसेंस और वेंडिंग कार्ड 20 अप्रैल को ही खत्म हो चुका है। फिर भी ये स्टॉल धड़ल्ले से चल रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि आरपीएफ और कमर्शियल विभाग की मिलीभगत से ये अवैध धंधा फल-फूल रहा है।

**लाइसेंस खत्म, फिर भी बेरोकटोक बिजनेस**  

रायपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के नाम पर चल रहे इन स्टॉलों का कोई वैध दस्तावेज नहीं है। इसके बावजूद ये बिना किसी डर के चाय, फल, पुड़ी-सब्जी और अन्य खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं। कमर्शियल टीम की कार्रवाई पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर अवैध वेंडिंग के बावजूद सिर्फ चुनिंदा छोटे वेंडरों को निशाना बनाया गया।


**कौन लेगा जिम्मेदारी?**  

रायपुर रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडिंग का यह मामला अब यात्रियों और आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। सवाल यह है कि क्या रेलवे प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाएगा? क्या आरपीएफ और कमर्शियल विभाग की कथित साठगांठ की जांच होगी? या फिर यह अवैध धंधा यूं ही चलता रहेगा? रायपुर रेल मंडल से इस कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी का इंतजार है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही 

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