**उसलापुर रेलवे स्टेशन पर पार्किंग ठेका रद्द: 9 लाख शुल्क जमा न करने और ओवरचार्जिंग की शिकायतों पर रेलवे की बड़ी कार्रवाई**
बिलासपुर के उसलापुर रेलवे स्टेशन पर पार्किंग ठेके को लेकर बड़ा एक्शन हुआ है। ठेकेदार ने 3 महीने में 9 लाख रुपए का शुल्क जमा नहीं किया और यात्रियों से मनमानी ओवरचार्जिंग की शिकायतें भी सामने आईं। इसके चलते रेलवे प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से ठेका निरस्त कर दिया है। अब नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और तब तक अस्थायी ठेके पर पार्किंग का संचालन होगा।
### **क्या है पूरा मामला?**
उसलापुर रेलवे स्टेशन की प्रीमियम, कार और बाइक पार्किंग का ठेका महाराष्ट्र के नासिक निवासी विजय प्रजापति की कंपनी 'विजय पार्सल सर्विस' को 36 लाख 66 हजार रुपए की दर पर मिला था। तीन साल के लिए हुए इस करार में ठेकेदार को कुल 1.09 करोड़ रुपए रेलवे को देने थे। लेकिन ठेकेदार ने न सिर्फ समय पर भुगतान नहीं किया, बल्कि यात्रियों से अधिक किराया वसूलने और बदसलूकी की शिकायतें भी सामने आईं।
### **3 महीने में ही ठेका ढेर!**
ठेकेदार को हर 90 दिन में 9 लाख 4 हजार रुपए (प्रतिदिन 10,045 रुपए की दर से) जमा करने थे। लेकिन लगातार नुकसान का हवाला देकर ठेकेदार ने 19 अप्रैल तक दूसरी तिमाही की फीस जमा नहीं की। 20 अप्रैल को ग्रेस पीरियड खत्म होने के बाद ठेकेदार का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया। फिलहाल, 26 अप्रैल तक वर्तमान ठेकेदार पार्किंग संचालित करेगा, इसके बाद नया ठेकेदार जिम्मेदारी संभालेगा।
### **ओवरचार्जिंग और बदसलूकी की शिकायतें**
रेलवे को ऑनलाइन 3 शिकायतें मिलीं, लेकिन मौखिक रूप से ओवरचार्जिंग और कर्मचारियों की बदसलूकी की ढेरों शिकायतें सामने आईं। कुछ समय पहले एक महिला प्रशासनिक अधिकारी से प्रीमियम पार्किंग में दोगुना किराया वसूलने का मामला भी सुर्खियों में रहा था। ठेकेदार की मनमानी से यात्री खासे परेशान थे, जिसके चलते रेलवे ने सख्त कदम उठाया।
### **नए टेंडर में सख्त नियम**
रेलवे ने नए टेंडर के लिए ऑटोमैटिक सिस्टम लागू किया है। अब पहली तिमाही की फीस एग्रीमेंट के समय, दूसरी तिमाही की फीस शुरू होने से 15 दिन पहले जमा करनी होगी। भुगतान में देरी पर 7 दिन की मोहलत मिलेगी, इसके बाद लाइसेंस अपने आप रद्द हो जाएगा।
### **यात्रियों को राहत की उम्मीद**
रेलवे की इस कार्रवाई से यात्रियों को मनमानी वसूली से राहत मिलने की उम्मीद है। नए ठेके के साथ पार्किंग व्यवस्था को और पारदर्शी व सुगम बनाने की कोशिश की जाएगी। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सुविधा और नियमों का पालन उनकी प्राथमिकता है।
