**किसानों को ठगा! अमानक पावर वीडर घोटाले की होगी सख्त जांच, कृषि मंत्री ने दिए कड़े निर्देश**
*रायपुर, 22 अप्रैल 2025* छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ हुए बड़े घोटाले ने सबको चौंका दिया है! उद्यानिकी विभाग में कृषि उपकरणों की खरीदी में गड़बड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त को एक विशेष जांच समिति गठित कर सभी पहलुओं की गहन जांच करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
**क्या है पूरा मामला?**
एक प्रमुख दैनिक समाचार पत्र ने इस घोटाले का खुलासा किया। इसके अनुसार, किसानों को निंदाई-गुड़ाई के लिए पावर वीडर उपकरण 1.26 लाख रुपये में बेचे गए, जबकि बाजार में चाइना मेड ऐसी मशीनें महज 50 हजार रुपये में उपलब्ध हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन पावर वीडर की कीमत राज्य बीज निगम ने तय की थी। वर्ष 2020-21, 2021-22 और 2022-23 में केंद्र सरकार की तीन अलग-अलग योजनाओं के तहत 4,500 से अधिक पावर वीडर किसानों को वितरित किए गए। इनके लिए 73 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
**अमानक निकले उपकरण**
केंद्र सरकार की टेस्टिंग एजेंसी ने इन पावर वीडर की जांच की, जिसमें इन्हें पूरी तरह अमानक पाया गया। यानी, किसानों को न केवल महंगे दामों पर उपकरण थमाए गए, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी घटिया थी।
**मंत्री का सख्त रुख**
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा, "किसानों के साथ धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घोटाले की हर परत को उजागर किया जाएगा और दोषियों को कठोर सजा दी जाएगी।"
**आगे क्या?**
जांच समिति जल्द ही अपनी जांच शुरू करेगी और इस घोटाले के पीछे के असली चेहरों को सामने लाएगी। किसान समुदाय में इस खबर से आक्रोश है और वे सरकार से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
