**फर्जी डॉक्टर नरेंद्र का काला कारनामा: पेट दर्द को बनाया हार्ट अटैक, मौत के बाद बेटे ने उठाई हत्या केस की मांग**
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने अपनी काली करतूत से एक मासूम जिंदगी छीन ली। पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे व्यवसायी को हार्ट पेशेंट बताकर एंजियोप्लास्टी कर दी, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी और मौत हो गई। अब, 19 साल बाद मृतक के बेटे ने इस मामले को उजागर करते हुए फर्जी डॉक्टर और अपोलो अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
### **पेट दर्द बना मौत का सबब**
बिलासपुर के तोरवा निवासी सुरेश डोडेजा ने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कर सनसनी मचा दी। उन्होंने बताया कि उनके पिता भगतराम डोडेजा (58), जो आदर्श फूट वियर के संचालक थे, को 26 नवंबर 2006 को अचानक पेट में दर्द हुआ। परिजन उन्हें तुरंत अपोलो अस्पताल ले गए। वहां तथाकथित कार्डियोलॉजिस्ट नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ जॉन केम ने प्रारंभिक जांच के बाद भगतराम को हार्ट की गंभीर बीमारी बताई।
डॉक्टर ने तुरंत एंजियोप्लास्टी की सलाह दी और परिवार से दो लाख रुपये जमा करवाए। भगतराम को आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गई। उस समय मामला दब गया, लेकिन अब फर्जी डॉक्टर की सच्चाई सामने आने के बाद सुरेश ने इंसाफ की गुहार लगाई है।
### **फर्जी डिग्री, फर्जी इलाज**
नरेंद्र विक्रमादित्य की करतूत यहीं नहीं रुकी। जांच में पता चला कि उसकी मेडिकल डिग्री फर्जी थी। दमोह के मिशन अस्पताल में भी उसके गलत इलाज से कई मरीजों की जान गई। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं. राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के बेटे ने भी नरेंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। दमोह पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
बिलासपुर पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने के लिए दमोह रवाना होने की तैयारी में है। दोनों मामलों में गहन पूछताछ की जाएगी।
### **कांग्रेस ने भी की सख्त कार्रवाई की मांग**
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। बिलासपुर कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर फर्जी डॉक्टर नरेंद्र और अपोलो अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की। कमेटी ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने बिना डिग्री जांचे फर्जी डॉक्टर को नियुक्त किया, जिसके चलते मरीजों की जान गई। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की अपील की।
### **बेटे की गुहार: इंसाफ दो**
सुरेश डोडेजा ने कहा, “मेरे पिता की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि फर्जी डॉक्टर की लापरवाही और धोखाधड़ी का नतीजा थी। हम चाहते हैं कि नरेंद्र और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो, ताकि कोई और परिवार इस दर्द से न गुजरे।”
### **क्या कहती है पुलिस?**
सरकंडा थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। दमोह पुलिस से समन्वय कर आरोपी से पूछताछ की जाएगी। अगर जरूरी हुआ तो अपोलो अस्पताल प्रबंधन से भी जवाब-तलब किया जाएगा।
