**छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा समर कैंप 2025: रचनात्मकता और कौशल विकास का उत्सव**
**रायपुर**: छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टियों में स्कूली बच्चों के लिए **‘समर कैंप’** आयोजित करने हेतु नई गाइडलाइन जारी की है। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा देना है। शिक्षा सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को 9 बिंदुओं पर आधारित दिशा-निर्देश लागू करने के आदेश दिए हैं।
### **समर कैंप की विशेषताएं**
- **रचनात्मक गतिविधियां**: बच्चों को **चित्रकारी, गायन, वादन, नृत्य, निबंध-कहानी लेखन, हस्तलिपि लेखन** और **खेलकूद** का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- **ऐतिहासिक परिचय**: अपने गांव और शहर के ऐतिहासिक महत्व को जानने का अवसर।
- **शैक्षणिक भ्रमण**: औद्योगिक संस्थानों, मेडिकल कॉलेज जैसे बड़े संस्थानों का दौरा।
- **विशेषज्ञ मार्गदर्शन**: कला और रचनात्मक क्षेत्र के विशेषज्ञ बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे।
### **समर कैंप के लिए दिशा-निर्देश**
1. **आयोजन स्थल**: समर कैंप स्कूलों, गांव या शहर के सामुदायिक स्थानों पर आयोजित किए जा सकते हैं।
2. **विशेषज्ञों का सहयोग**: कला और रचनात्मक क्षेत्र के विशेषज्ञों को आमंत्रित कर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। साथ ही, नजदीकी बड़े संस्थानों का भ्रमण कराया जा सकता है।
3. **शिक्षक और पालकों की भागीदारी**: स्कूल शिक्षकों और अभिभावकों का सहयोग लिया जाएगा।
4. **रचनात्मक गतिविधियां**: चित्रकारी, गायन, वादन, नृत्य, लेखन, खेलकूद और स्थानीय इतिहास से संबंधित गतिविधियां शामिल होंगी।
5. **स्वतंत्रता**: आयोजकों को स्थानीय स्तर पर अन्य रचनात्मक गतिविधियों का चयन करने की छूट।
6. **सहमति**: शाला विकास समिति और पालक-शिक्षक समिति की सहमति अनिवार्य।
7. **समय और स्वैच्छिकता**: कैंप सुबह **7:30 से 9:30 बजे** तक आयोजित होंगे और यह पूरी तरह स्वैच्छिक होगा। जनसहयोग का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।
8. **बजट**: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोई अतिरिक्त बजट नहीं दिया जाएगा। जिला स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें।
9. **प्रायोजना**: ग्रीष्मकालीन प्रायोजनाओं को शिक्षकों और पालकों के सहयोग से पूरा करें।
### **बच्चों के लिए अवसर**
यह समर कैंप बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने, नए कौशल सीखने और अपने आसपास की दुनिया को बेहतर ढंग से समझने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
