**रायपुर में 12 घंटे बिजली गुल, 10 लाख लोग परेशान: कलेक्टर-SSP ने संभाला मोर्चा, शिकायत केंद्र पर कर्मचारी गायब; 140 इलाकों में अंधेरा**

**रायपुर में 12 घंटे बिजली गुल, 10 लाख लोग परेशान: कलेक्टर-SSP ने संभाला मोर्चा, शिकायत केंद्र पर कर्मचारी गायब; 140 इलाकों में अंधेरा**

रायपुर में गुरुवार शाम आए तेज आंधी-तूफान ने शहरवासियों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी। शाम 5 बजे से बिजली गायब हो गई, जो कई इलाकों में रात 3 बजे या सुबह 6 बजे तक लौटी। पूरी रात राजधानी के लोग, बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अंधेरे और मच्छरों के बीच जूझते रहे। 

बिजली विभाग को मिली शिकायतों के अनुसार, रायपुर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के 140 से ज्यादा मोहल्लों में बिजली ठप रही। इनमें अवंति विहार, लाखे नगर, गुढ़ियारी, समता कॉलोनी, टिकरापारा, मोवा, बोरियाखुर्द, डीडी नगर और मोहबा बाजार जैसे इलाके शामिल हैं। 

इन क्षेत्रों में रहने वाली करीब 10 लाख की आबादी ने भारी परेशानी झेली। लोग बिजली शिकायत केंद्रों पर फोन करते रहे, लेकिन कहीं फोन नहीं उठा, तो कहीं "टीम भेज रहे हैं" कहकर कॉल काट दिया गया। कबीर नगर के शिकायत केंद्र से तो कर्मचारी भीड़ देखकर भाग गया। 

### देर रात तक बिजली बहाल नहीं

ज्यादातर इलाकों में हाईटेंशन तार टूटने और पेड़ गिरने से बिजली व्यवस्था रातभर बहाल नहीं हो सकी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, SSP लाल उमेद सिंह और नगर निगम आयुक्त विश्वदीप सड़कों पर उतरे। अधिकारी रात 2 से 4 बजे तक लोगों की शिकायतें सुनते और बिजली विभाग के कर्मचारियों से समन्वय करते दिखे। 

### शिकायत केंद्र पर कर्मचारी भागा

कबीर नगर के बिजली शिकायत केंद्र पर रात 1 बजे लोग पहुंचे, क्योंकि फोन नहीं उठ रहे थे। वहां कर्मचारी दरवाजा बंद कर भागने की तैयारी में था। उसने कहा, "मेरा ड्यूटी टाइम खत्म हो गया, दूसरी टीम नहीं आई, इसलिए मैं जा रहा हूं।" भीड़ ने हंगामा शुरू किया, तो कर्मचारी भाग गया। सेंटर घंटों लावारिस रहा, और शिकायतों के लिए बजती फोन की घंटियां अनसुनी रहीं। 

### "राजधानी का ये हाल, तो बाकी का क्या?"

आमानाका की निवासी रीता शर्मा ने कहा, "शाम 5 बजे से बिजली नहीं है। रात 3 बजे तक अंधेरा रहा। बच्चे परेशान हैं, पानी की भी किल्लत हो गई। राजधानी का ये हाल है, तो बाकी शहरों का क्या होगा?"  

लाखे नगर की मजदूर शबाना बेगम ने बताया, "दिनभर काम के बाद घर आए, तो बिजली नहीं। खाना नहीं बना, बच्चे भूखे हैं। मच्छरों ने और परेशान किया।"  

मोहबा बाजार की राधा साहू ने कहा, "बारिश का मौसम शुरू हुआ है, और बिजली की ये हालत। मच्छरों से बचने का कोई उपाय नहीं।"

### ट्रांसफॉर्मर ठीक करने में रात गुजरी

डीडी नगर में रात 3:30 बजे बिजली लौटी। लोग रातभर ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत देखते रहे। कर्मचारी टॉर्च की रोशनी में तारों की खराबी ढूंढते रहे। चौबे कॉलोनी और अवंति विहार में टूटे तारों की वजह से सुबह तक बिजली नहीं आई। तेज हवाओं और 30-40 मिनट की बारिश ने 70 से ज्यादा जगहों पर तार तोड़ दिए। 

### शिकायत केंद्र पर हंगामा, पुलिस तैनात

लाखे नगर के शिकायत केंद्र पर रातभर लोगों की भीड़ लगी रही। फोन न उठने और मेंटेनेंस टीम न पहुंचने से नाराज लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालनी पड़ी। लोग अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए देर रात तक लाइन में खड़े रहे। 

### VIP इलाकों में सब ठीक

जब पूरा शहर अंधेरे में डूबा था, VIP इलाके देवेंद्र नगर की ऑफिसर्स कॉलोनी में बिजली की कोई दिक्कत नहीं थी। वहां सड़कें, बंगले और गार्डन रोशनी से जगमग रहे, जबकि बाकी शहर की स्ट्रीट लाइट्स तक बंद थीं। 

### आंधी ने मचाई तबाही

गुरुवार शाम 70-75 किमी/घंटा की रफ्तार से चली आंधी ने रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में तबाही मचाई। ऐसी आंधी 10 साल बाद देखी गई। देवेंद्र नगर में शेड गिरने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं। तरपोंगी टोल का लोहे का ढांचा उड़कर गिर गया, जिससे घंटों जाम रहा। सैकड़ों जगहों पर पेड़ और होर्डिंग्स गिरने से ब्लैकआउट की स्थिति बनी। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई।

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