बिलासपुर, 22 मई 2025:
गर्मी की तेज़ी के साथ बिलासपुर में बिजली कटौती की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। आए दिन हो रही बिजली गुल होने की शिकायतों से परेशान नागरिकों की आवाज़ अब ज़िला प्रशासन तक पहुँच चुकी है। इसी मुद्दे को लेकर आज एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें बिजली विभाग के अफसरों को जवाबदेही के कटघरे में खड़ा किया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे बिजली कंपनी के चेयरमैन ने सवाल उठाया—“बिलासपुर में बार-बार बिजली क्यों बंद हो रही है?”
अधिकारियों ने दिया जवाब: गर्मी में 15% बढ़ा लोड, स्टाफ की भारी कमी
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने जवाब देते हुए कहा कि इस बार गर्मी सामान्य से अधिक है और मई महीने में बिजली की मांग में लगभग 15% की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके चलते ट्रांसफॉर्मर और फीडर पर अतिरिक्त दबाव आ रहा है। अधिकारी ने बताया कि बिलासपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में कई जगह ओवरलोडिंग के कारण ट्रिपिंग हो रही है, जिससे बार-बार बिजली गुल हो रही है।
साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि फील्ड स्टाफ की कमी के चलते मरम्मत कार्यों में देरी हो रही है। कई बार ट्रांसफार्मर या लाइन की तकनीकी खराबी को समय पर ठीक नहीं किया जा पा रहा, जिससे उपभोक्ताओं को लंबी अवधि तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
चेयरमैन ने जताई नाराजगी, कहा- “जनता को राहत मिलनी चाहिए”
चेयरमैन ने अधिकारियों की बातों को सुनने के बाद नाराजगी जताते हुए कहा कि, “यह जनता से जुड़ा गंभीर मसला है। गर्मी में जब तापमान 45 डिग्री पार जा रहा है, उस समय बार-बार बिजली जाना लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इसे सामान्य दिक्कत कहकर टाला नहीं जा सकता।”
उन्होंने निर्देश दिए कि फौरन एक इमरजेंसी प्लान तैयार किया जाए, जिसमें शहर के मुख्य इलाकों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, संवेदनशील क्षेत्रों में वैकल्पिक ट्रांसफॉर्मर और फीडर की व्यवस्था की जाए ताकि ट्रिपिंग की स्थिति में तुरंत स्विच किया जा सके।
ग्रामीण क्षेत्रों की भी खराब हालत
बैठक में यह भी बताया गया कि न सिर्फ शहरी क्षेत्र, बल्कि तखतपुर, मस्तुरी, रतनपुर, बेलतरा जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की स्थिति खराब है। कई गांवों में रोजाना 4-6 घंटे तक बिजली नहीं रहती। किसान और छात्र सबसे ज़्यादा परेशान हैं।
जनता का गुस्सा भी उभरने लगा
इस बिजली संकट के कारण आम जनता में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग बिजली विभाग के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कई जगहों पर स्थानीय पार्षदों और जनप्रतिनिधियों ने भी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो प्रदर्शन किया जाएगा।
क्या हैं आगे के उपाय?
बिजली कंपनी ने भरोसा दिलाया कि अगले 15 दिनों के भीतर अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती, मशीनरी की अपग्रेडेशन और जरूरी क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर की रिप्लेसमेंट का काम शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, कॉल सेंटर और शिकायत निवारण व्यवस्था को भी मजबूत किया जाएगा ताकि उपभोक्ताओं को तत्काल सहायता मिल सके।