बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम एक सनकी युवक ने अपने ही परिचित पर चाकू से जानलेवा हमला कर सनसनी फैला दी। आरोपी युवक की पहचान हर्ष कुकरेजा के रूप में हुई है, जो पहले भी मानसिक बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती रह चुका है। हमले में घायल युवक को गंभीर हालत में सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि आरोपी घटना के बाद से फरार है।
चाकूबाजी की वारदात, बीच सड़क पर किया हमला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जगमल चौक स्थित साईं भूमि कॉलोनी निवासी हर्ष कुकरेजा अपने परिचित प्रदीप वाधवानी से मिलने उसके घर पहुंचा था। बातचीत के दौरान उसने प्रदीप को बाहर बुलाया और साथ में मेन रोड की तरफ ले गया। तभी अचानक हर्ष ने जेब से चाकू निकालकर प्रदीप पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले से लहूलुहान प्रदीप कुछ समझ ही नहीं पाया और वहीं गिर पड़ा।
चीख सुनकर पहुंचे परिजन, अस्पताल में कराया भर्ती
घायल प्रदीप की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी हर्ष वहां से फरार हो चुका था। सड़क पर खून से लथपथ प्रदीप को देख परिजनों ने तत्काल उसे सिम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही तोरवा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
आरोपी हर्ष पहले भी कर चुका है घरेलू हिंसा
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी हर्ष कुकरेजा मानसिक रूप से अस्वस्थ है। वह पूर्व में भी अपने ही घर में तोड़फोड़ और मारपीट की घटनाएं कर चुका है। जानकारी के अनुसार, उसने एक बार अपनी ही मां से मारपीट की थी और घर के सामान को नष्ट कर दिया था। इसके बाद परिजनों ने उसे मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। इलाज के बाद वह कुछ समय पहले ही अस्पताल से लौटा था।
अस्पताल से छुट्टी मिलते ही की वारदात
हर्ष की मां ने भी पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उनका बेटा मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक नहीं है और आए दिन आक्रामक व्यवहार करता है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह सामान्य दिख रहा था, लेकिन अचानक उसने इस वारदात को अंजाम दे डाला।
पुलिस कर रही तलाश, मामला दर्ज
तोरवा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी हर्ष कुकरेजा के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत केस दर्ज किया गया है। उसकी तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं, जिससे उसकी लोकेशन का पता लगाया जा सके। वहीं, अस्पताल में घायल प्रदीप का इलाज जारी है और उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
स्थानीय लोग डरे, सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मानसिक रोगियों की लगातार निगरानी न होने से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। परिजनों की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे लोगों का समय पर इलाज कराएं और उन्हें समाज में खुला न छोड़ें।