31 मई 2025:
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर पैसे दोगुना करने का झांसा देकर कोरबा निवासी पति-पत्नी ने बिलासपुर के एक अधेड़ व्यक्ति से 6 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर सकरी पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश में जुट गई है।
कोरबा में हुई पहचान, झांसे में आकर किया निवेश
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के उसलापुर इलाके में रहने वाले 52 वर्षीय प्रमोद जायसवाल इस वर्ष जनवरी माह में अपने एक मित्र के साथ कोरबा जिले के उरगा क्षेत्र गए थे। वहां उनकी मुलाकात नरोत्तम नामक व्यक्ति और उसकी पत्नी पूजा से हुई। बातचीत के दौरान दोनों ने खुद को एक क्रिप्टो करेंसी कंपनी से जुड़ा बताया। नरोत्तम ने खुद को कंपनी का सीईओ और अपनी पत्नी को मार्केटिंग मैनेजर बताया।
उन्होंने प्रमोद को बताया कि यदि वह कंपनी में निवेश करता है तो उसका पैसा छह महीने में दोगुना हो जाएगा। इतना ही नहीं, नरोत्तम ने कंपनी के काम से लगातार बिलासपुर आना-जाना भी बताया ताकि प्रमोद को भरोसा हो सके।
दो किस्तों में दिए 6 लाख रुपए
इन दावों से प्रभावित होकर प्रमोद ने अगस्त 2024 में दो किस्तों में कुल 6 लाख रुपए नरोत्तम को सौंप दिए। पहले कुछ दिनों तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन जब तय समय बीत गया और प्रमोद ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी नरोत्तम ने उसे खाते में रकम डालने का भरोसा दिलाया।
पैसे लौटाने से किया इनकार, फिर आया असली चेहरा सामने
कुछ दिनों बाद जब प्रमोद ने दोबारा संपर्क किया तो नरोत्तम ने नुकसान होने और पैसे डूब जाने की बात कहकर रकम लौटाने से इनकार कर दिया। कई बार फोन करने और संपर्क करने की कोशिशें असफल रहीं, जिससे प्रमोद को ठगी का एहसास हुआ।
सकरी थाने में मामला दर्ज, पुलिस जुटी जांच में
पीड़ित प्रमोद जायसवाल ने इसकी शिकायत सकरी थाना में दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने नरोत्तम और उसकी पत्नी पूजा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों आरोपियों का पता लगाने के लिए तकनीकी सहायता ली जा रही है और उनके पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ठगी से सतर्क रहने की अपील
इस घटना के बाद पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की स्कीम या निवेश योजना में बिना जांच-पड़ताल और दस्तावेजों के भरोसा न करें। विशेष रूप से सोशल मीडिया या व्यक्तिगत संपर्कों के माध्यम से मिलने वाले निवेश प्रस्तावों से सतर्क रहें।