राजनांदगांव दौरा: CM साय ने की समीक्षा बैठक, ITBP जवानों संग साझा किया भोजन


 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शुक्रवार को राजनांदगांव जिले के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली, ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और आईटीबीपी (ITBP) जवानों के साथ सादगीपूर्ण भोजन भी किया। दौरे के दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनें और समाधान सुनिश्चित करें।

जनता के बीच जाकर काम करें अधिकारी: सीएम साय

मुख्यमंत्री साय ने समीक्षा बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को चेताया कि "कार्यालयों में बैठने से नहीं, जनता के बीच जाकर काम करने से शासन का विश्वास बनता है।" उन्होंने कहा कि अधिकारियों का पहला कर्तव्य है कि वे गांव-गांव जाकर यह देखें कि योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू हो रही हैं या नहीं।

उन्होंने खासतौर पर स्वास्थ्य, शिक्षा, पीडीएस और सिंचाई परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों से कहा कि वे हर हफ्ते कम से कम दो दिन ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करें। "फाइलों पर दस्तखत करने से बेहतर है, जनता के दर्द को समझना और उसका हल निकालना," उन्होंने कहा।

जनचौपाल में ग्रामीणों से सीधी बातचीत

मुख्यमंत्री ने ‘जनचौपाल’ नामक कार्यक्रम में ग्रामीणों से सीधा संवाद भी किया। गांव खैरझिटी में आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बिजली कटौती, राशन वितरण में अनियमितता, सड़क की दुर्दशा और पेयजल संकट जैसी समस्याएं रखीं।

सीएम साय ने कई मामलों में मौके पर ही कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा कि "जनता की समस्याओं को लटकाना नहीं है, समयबद्ध तरीके से समाधान देना है।" उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि अगले पंद्रह दिनों में सभी प्राथमिक शिकायतों का निपटारा किया जाए।

ITBP जवानों के साथ भोजन कर बढ़ाया मनोबल

दौरे के दौरान सीएम साय ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के कैंप का भी निरीक्षण किया और जवानों से मुलाकात की। उन्होंने जवानों की सराहना करते हुए कहा कि "आप देश की सीमाओं की रक्षा ही नहीं कर रहे, बल्कि छत्तीसगढ़ की शांति और विकास के प्रहरी भी हैं।"

सीएम ने जवानों के साथ बैठकर सामान्य थाली में भोजन किया जिसमें चावल, दाल, सब्जी और सलाद शामिल था। उन्होंने जवानों से उनकी ड्यूटी, स्वास्थ्य सुविधाओं और प्रशिक्षण की जानकारी ली और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होने देगी।

कृषि और सिंचाई योजनाओं पर विशेष जोर

मुख्यमंत्री ने कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून से पहले सभी तालाबों की सफाई और सिंचाई नहरों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है और हर संभव सहायता दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि जल-जीवन मिशन के तहत गांवों में पाइपलाइन के ज़रिए पेयजल की व्यवस्था को गति दी जा रही है। "गांवों में पेयजल, खेती के लिए पानी और स्वास्थ्य सुविधा सबसे बड़ी प्राथमिकताएं हैं," साय ने कहा।

राजनांदगांव की योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी

समीक्षा बैठक के अंत में सीएम साय ने कलेक्टर और एसपी से कहा कि वे जिले के विकास कार्यों की त्रैमासिक रिपोर्ट तैयार करें और उसमें स्पष्ट उल्लेख करें कि किन योजनाओं में कितना प्रगति हुई है। उन्होंने अफसरों को चेतावनी दी कि "अगर रिपोर्ट में लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।"

जनता में सकारात्मक संदेश

मुख्यमंत्री के इस दौरे से जनता में सकारात्मक संदेश गया है। गांवों में उनके सीधे संवाद से लोगों ने उम्मीद जताई है कि शासन अब उनकी बात सुनेगा और योजनाएं केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेंगी। ग्रामीणों ने सीएम के साथ हुई बातचीत को ऐतिहासिक बताया।

एक बुजुर्ग ग्रामीण ने कहा, "पहली बार कोई मुख्यमंत्री हमारे गांव आया और हमारी बात सुनी। हमें भरोसा हुआ कि बदलाव अब सच में सकता है।"

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