छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बगबुड़ा गांव में रविवार को चोरी की जांच करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। पथराव और मारपीट की इस घटना में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमला इतना तीव्र था कि एक आरक्षक अनिल पोर्ते करीब पांच घंटे तक लापता रहा और बाद में जंगल में नाले के पास बेसुध हालत में मिला।
घटना बांगो थाना क्षेत्र की है। पुलिस टीम जब गांव में चोरी की शिकायत पर जांच करने पहुंची, तभी कुछ ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद मारपीट की घटना भी हुई, जिसमें आरक्षक अभिषेक पांडे, गजेंद्र बिघावार और अनिल पोर्ते घायल हुए। पथराव और उत्पात के कारण पुलिस को जंगल की ओर भागना पड़ा।
आरक्षक अनिल पोर्ते जंगल में दौड़ते समय बेहोश होकर गिर पड़े थे, जिन्हें पुलिस टीम ने सघन सर्च अभियान के बाद नाले के पास से बरामद किया। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने खुद मोर्चा संभालते हुए सर्च ऑपरेशन की निगरानी की और घायलों की स्थिति की जानकारी ली।
बांगो थाना प्रभारी की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भंजू यादव, लक्ष्मण यादव, लाल अहिबरन यादव, विश्राम यादव समेत कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ पुलिस पर हमला, शासकीय कार्य में बाधा, और अन्य गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है। साथ ही, अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बगबुड़ा गांव में यह पहली बार नहीं है जब सरकारी अमले पर हमला हुआ हो। इससे पहले भी आबकारी विभाग की टीम पर यहां हमला हो चुका है। वर्तमान हालात को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके।
जांच अधिकारी के अनुसार, मामले की तह तक पहुंचने और अन्य शामिल व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है।