बिलासपुर। शहर में प्रतिबंध के बावजूद हुक्के के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है। रविवार को पुलिस ने तारबाहर थाना क्षेत्र की दो पान दुकानों में दबिश देकर करीब ढाई लाख रुपये कीमती हुक्का पॉट और फ्लेवर जब्त किया है। इस मामले में दो व्यापारियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को अग्रसेन चौक और सीएमडी कॉलेज चौक के पास पान दुकानों में प्रतिबंधित हुक्के का सामान openly बेचे जाने की सूचना मिली थी। एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम ने छापेमारी की।
दुकान और घर से मिला माल
अग्रसेन चौक स्थित गुप्ता पान दुकान से पुलिस ने लगभग 28 से 30 हजार रुपये मूल्य का हुक्का फ्लेवर जब्त किया। इसके बाद सीएमडी चौक स्थित प्रदीप वाधवानी की दुकान और उसके घर में तलाशी के दौरान करीब 2 लाख 28 हजार रुपये कीमती हुक्का फ्लेवर व बिक्री की राशि बरामद की गई।
गिरफ्तार हुए दोनों संचालक
कार्रवाई के दौरान दुकान संचालक प्रदीप वाधवानी (42) और सरकंडा के राजकिशोर नगर निवासी पवन गुप्ता (24) को हिरासत में लिया गया। दोनों के खिलाफ कोटपा एक्ट और अन्य प्रतिबंधात्मक धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस ने उन्हें थाने लाकर पूछताछ शुरू की है।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
हुक्का फ्लेवर की जब्ती के बाद शहर में यह चर्चा तेज हो गई है कि जब पान दुकानों में ही ऐसा सामान खुलेआम बिक रहा है, तो कैफे और अन्य ठिकानों पर इसका उपयोग भी जरूर हो रहा होगा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस सिर्फ छोटे कारोबारियों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति कर रही है, जबकि बड़े कैफे और हुक्का बार अब भी बिना रोक-टोक के संचालित हैं।
प्रशासन से सख्ती की मांग
शहरवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि हुक्का कारोबार पर पूर्ण प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाए। साथ ही, उन कैफे और रेस्टोरेंट पर भी कार्रवाई हो जो युवाओं को हुक्के की लत में धकेल रहे हैं।