छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पास देवरी गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक मकान के फर्श के नीचे नाग-नागिन के साथ 35 छोटे-छोटे सांप निकले। आरंग तहसील से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में जैसे ही यह खबर फैली, सैकड़ों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोग इसे चमत्कार मानते हुए 'हर-हर महादेव' के जयकारे लगाने लगे और घटनास्थल को 'नागलोक' कहकर पुकारने लगे।
घटना देवरी गांव निवासी इंद्रकुमार साहू के घर की है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले घर के अंदर दो छोटे सांप दिखाई दिए थे। पहले तो उन्होंने सोचा कि बारिश के कारण ऐसा हो सकता है और दोनों को बाहर छोड़ दिया। लेकिन इसके बाद यह सिलसिला रोज़ाना चलने लगा। जब मामला गंभीर लगने लगा, तो इंद्रकुमार ने गांव के एक स्थानीय सपेरे को बुलाया।
सांप पकड़ने वाले ने घर के फर्श की जांच की तो एक जगह खोखलापन महसूस हुआ। शक होने पर पूरे फर्श को हटाया गया। खुदाई के दौरान जैसे ही टाइल्स के नीचे पहुंचा गया, वहां का नजारा चौंकाने वाला था। एक गड्ढे में एक बड़ा नर और मादा सांप मौजूद थे, साथ ही उनके साथ करीब 35 छोटे सांप भी थे। सांपों का यह झुंड घर के दो कमरों तक फैला हुआ था।
सूचना मिलते ही आरंग पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। सावधानी से सभी सांपों को पकड़कर जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। इस अभियान में पूरे घर की अच्छी तरह से खुदाई की गई, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई और सांप अंदर न रह जाए।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बरसात के मौसम में सांप अक्सर सुरक्षित और गर्म स्थान की तलाश में घरों की नींव, सीलन वाले हिस्सों या टाइल्स के नीचे घुस जाते हैं। इसीलिए बारिश के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कभी भी इतने सारे सांपों को एक साथ नहीं देखा। अब लोग इंद्रकुमार के घर को 'नागलोक' के नाम से पहचानने लगे हैं। यह घटना पूरे गांव में कौतूहल का विषय बन गई है और लोग इसे आस्था से जोड़कर देख रहे हैं।