रायपुर, 29 जून। ओला और उबेर जैसे ऐप आधारित सेवा मॉडल की तर्ज पर "बाइक बोट स्कीम" चलाकर देशभर में हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये ठगने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस ठगी के मास्टरमाइंड संजय भाटी और उसके दो सहयोगियों करणपाल सिंह व राजेश भारद्वाज को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सिविल लाइन थाना में दर्ज वर्ष 2019 के एक धोखाधड़ी के मामले में की गई है।
2017 में शुरू हुई थी ठगी की स्कीम
तीनों आरोपी मेसर्स गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नामक कंपनी के जरिए "बाइक बोट स्कीम" चला रहे थे। लोगों को लुभाया जाता था कि यदि वे एक बाइक में ₹62,100 का निवेश करते हैं, तो उन्हें हर माह ₹9,765 की कमाई होगी। इस लालच में सैकड़ों लोगों ने पैसे जमा किए, लेकिन अंततः उन्हें कोई लाभ नहीं मिला और पूरी योजना एक बड़े वित्तीय घोटाले में बदल गई।
राजस्थान से लाए गए रायपुर
शिकायतकर्ता अखिल कुमार बिसोई की रिपोर्ट पर दर्ज केस की तफ्तीश के दौरान सामने आया कि आरोपी फिलहाल राजस्थान की भरतपुर और जयपुर केंद्रीय जेलों में बंद हैं। रायपुर पुलिस की टीम ने कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट प्राप्त कर तीनों को हिरासत में लिया और रायपुर लाकर पूछताछ शुरू की है।
देशभर में फैला है धोखाधड़ी का नेटवर्क
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में 200 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें अधिकांश मामले धोखाधड़ी, निवेश में ठगी और चेक बाउंस से जुड़े हैं।
विशेष रूप से संजय भाटी के खिलाफ 1,500 से ज्यादा चेक बाउंस के केस दर्ज हैं। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस फर्जी स्कीम के माध्यम से करीब ₹2,800 करोड़ की ठगी की गई है।
ईडी ने भी की कार्रवाई
इतना ही नहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है और आरोपी गिरोह की चल-अचल संपत्तियों को मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जब्त किया है। कई करोड़ की संपत्तियां अब तक अटैच की जा चुकी हैं।
पुलिस कर रही गहन पूछताछ
रायपुर पुलिस फिलहाल तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ में और भी बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि छत्तीसगढ़ में किन-किन लोगों से और कितनी रकम की ठगी की गई।
पुलिस की अपील
रायपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी ने इस स्कीम में निवेश किया है और उन्हें नुकसान हुआ है, तो वे आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं, जिससे न्यायिक प्रक्रिया तेज की जा सके।