बिलासपुर रजिस्ट्री कार्यालय में तकनीकी गड़बड़ियों से लोग परेशान, सर्वर डाउन और बिजली कटौती बनी बड़ी समस्या


 

बिलासपुर, 21 जून — रजिस्ट्री कार्यालय में तकनीकी खामियों और व्यवस्थागत समस्याओं के कारण दस्तावेजों की रजिस्ट्री कराने पहुंचे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीते 19 जून गुरुवार को रजिस्ट्री कार्यालय का सर्वर घंटों तक डाउन रहा, जिससे रजिस्ट्री कराने पहुंचे सैकड़ों लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा।

जिला पंजीयक राजीव स्वर्णकार ने जानकारी दी कि तकनीकी दिक्कतों के बावजूद औसतन 65 से 70 रजिस्ट्रियों का कार्य उसी दिन पूरा किया गया। हालांकि, यह आंकड़ा सामान्य दिनों की तुलना में कम रहा, जिससे प्रतीक्षा में लगे कई लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा।

दस्तावेज लेखक संघ के मीडिया प्रभारी महेश्वरदत्ता गौरहा ने बताया कि सर्वर डाउन होने से रजिस्ट्री प्रक्रिया में उपयोग होने वाले मोबाइल नंबर और आधार कार्ड लिंकिंग जैसे जरूरी काम प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा हाल में किए गए नियमों में संशोधन का लाभ अभी तक जमीनी स्तर तक नहीं पहुंच सका है।

आम होती जा रही है सर्वर और बिजली की समस्या

संघ पदाधिकारियों का कहना है कि सर्वर की खराबी और बिजली कटौती अब आम बात हो गई है। खासकर दूर-दराज से आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उन्हें एक दिन पहले से आकर कतार में लगना पड़ता है और तकनीकी कारणों से कार्य न हो पाने पर उन्हें निराश लौटना पड़ता है।

नामांतरण की सुविधा सीमित

जांच में यह सामने आया है कि राज्य सरकार द्वारा दी जा रही स्वतः नामांतरण की सुविधा केवल कृषि भूमि की शेल डीड (बिक्री विलेख) तक ही सीमित है। हाउसिंग बोर्ड के मकान, फ्लैट या दुकान की रजिस्ट्री कराने वाले लोगों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिससे उन्हें अलग से नामांतरण के लिए आवेदन करना पड़ता है।

10 सूत्रीय प्रावधानों में सुधार की मांग

दस्तावेज लेखक संघ का कहना है कि राज्य सरकार ने रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए जिन 10 सूत्रीय प्रावधानों को लागू किया था, वे वर्तमान में व्यवहारिक कठिनाइयों से ग्रस्त हैं। फॉर्म भरने से लेकर दस्तावेजों की अपलोडिंग तक की प्रक्रिया में तकनीकी बाधाएं लगातार बनी हुई हैं।

संघ की मांग है कि सरकार इन प्रावधानों की पुनः समीक्षा करे और सभी संपत्तियों को स्वतः नामांतरण जैसी सुविधाओं में शामिल करे ताकि आम नागरिकों को बार-बार कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें।

नागरिकों ने जताई नाराज़गी

रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे कई नागरिकों ने नाराजगी जाहिर की। कोटा ब्लॉक से आए एक किसान रामनारायण यादव ने कहा, "मैं सुबह 8 बजे पहुंचा था, लेकिन शाम तक मेरा नंबर नहीं आया। सर्वर डाउन और लाइट कट जाने से पूरा दिन बर्बाद हो गया।"

समाधान की उम्मीद

स्थिति को देखते हुए अब लोगों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन इस ओर ध्यान देगा और तकनीकी ढांचे को मजबूत कर रजिस्ट्री प्रक्रिया को सुगम बनाएगा। इसके साथ ही दस्तावेज लेखक संघ ने आने वाले दिनों में अपनी मांगों को लेकर शासन को ज्ञापन सौंपने की बात कही है।

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