कोरबा, 16 जुलाई
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बुधवार को एक बड़ी एटीएम ठगी का पर्दाफाश हुआ है। डायल-112 की सतर्क टीम ने दो ठगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया, जो एटीएम मशीन में काली पट्टी लगाकर लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे थे। यह कार्रवाई बालको थाना क्षेत्र अंतर्गत परसाभाटा स्थित हिटाची एटीएम में की गई।
गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के अचलपुर निवासी मोहम्मद अरफात शेख (21) और इशरत (25) के रूप में हुई है। दोनों युवक काफी समय से एटीएम से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
काली पट्टी की थी पूरी साजिश
आरोपियों की चालाकी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे एटीएम मशीन के कैश डिस्पेंसर स्लॉट पर काली पट्टी लगा देते थे। जैसे ही कोई ग्राहक पैसे निकालने आता, तो मशीन की प्रोसेसिंग पूरी होने के बावजूद पैसे बाहर नहीं आते। इस बीच आरोपी भी वहीं खड़े होकर ऐसा दिखाते कि उनके साथ भी यही समस्या हो रही है।
ग्राहक जब निराश होकर एटीएम से चला जाता, तब आरोपी काली पट्टी निकालकर अंदर फंसे पैसे ले उड़ते। यह पूरी वारदात बेहद शातिराना ढंग से अंजाम दी जाती थी।
रेकी कर चुनते थे एटीएम
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे पहले एटीएम की रेकी करते थे। खासकर उन एटीएम को चुनते थे जो सुनसान इलाके में हों और जहां सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी न हो। इसके बाद वहां वारदात को अंजाम दिया जाता था।
डायल-112 की सक्रियता से हुए गिरफ्तार
बुधवार को एटीएम से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलते ही डायल-112 की टीम, जिसमें आरक्षक हिमालचल सिंह कंवर और चालक सत्येंद्र सिंह गेंदले शामिल थे, मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया।
कई जिलों में कर चुके हैं वारदात
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी कोरबा के अलावा बिलासपुर, चांपा, रायपुर और अन्य शहरों में भी इसी तरह की घटनाएं कर चुके हैं। अभी उनसे विस्तृत पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इससे एटीएम से जुड़ी अन्य ठगी वारदातों के भी सुराग मिल सकते हैं।
पुलिस की अपील
कोरबा पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को एटीएम में पैसे न निकलने की स्थिति में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे या कोई व्यक्ति असामान्य रूप से मदद करने की कोशिश करे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह मामला साइबर क्राइम और तकनीकी ठगी के बढ़ते मामलों की गंभीरता को दर्शाता है। पुलिस की सजगता से एक बड़ा नेटवर्क ध्वस्त हुआ है और आगे भी इस पर कार्यवाही जारी रहेगी।