कोंडागांव/कांकेर। रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात दो अलग-अलग स्थानों पर हुए दर्दनाक सड़क हादसों ने पूरे इलाके को दहला दिया। पहले मामले में आतुरगांव के पास एक तेज रफ्तार कार पुल की रेलिंग से टकरा गई, जिससे उसमें आग लग गई और चार युवकों की जिंदा जलने से मौत हो गई। वहीं, दूसरे हादसे में चारामा के पास एक यात्री बस पुल से टकरा गई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई और 10 लोग घायल हो गए।
कार हादसे का खौफनाक मंजर: पेट्रोल टैंक फटने से लगी आग
शुक्रवार रात करीब 1:30 बजे कोंडागांव जिले के आतुरगांव में एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का पेट्रोल टैंक फट गया और स्पार्किंग से पूरी कार जलकर खाक हो गई। हादसे में युवराज शोरी (24), हेमंत शोरी (20), सूरज उइके (19) और दीपक मरावी (19) की मौके पर ही जलकर मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी भीषण थी कि बचाव करना संभव नहीं हो पाया। कार में सवार युवक डिंडोरापाल गांव से पार्टी कर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि सभी युवक नशे की हालत में थे और तेज रफ्तार में कार चला रहे थे। कार युवराज शोरी चला रहा था, जो कांकेर जिले के बांड़ाटोला गांव का निवासी था।
दो युवक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
इस हादसे में पृथ्वीराज सलाम (19) और प्रीतम नेताम (21) किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन वे भी गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को तत्काल कांकेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
चारामा में बस दुर्घटना: हेल्पर की मौत, यात्री घायल
इसी रात करीब 3 बजे चारामा क्षेत्र में भी एक और हादसा हुआ। एक यात्री बस नियंत्रण खो बैठी और पुल की रेलिंग से टकरा गई। इस दुर्घटना में बस के हेल्पर भुनेश्वर साहू (41) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस में सवार 10 यात्री घायल हो गए। घायलों को चारामा और कांकेर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
12 घंटे में दो हादसे, पांच की मौत
कोंडागांव और कांकेर जिले में 12 घंटे के अंदर हुए इन दो सड़क हादसों ने पांच परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। एक ओर युवकों की जलकर मौत, दूसरी ओर बस हादसे में जान गंवाने वाले हेल्पर की मृत्यु ने यातायात सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन और पुलिस ने शुरू की जांच
कोंडागांव और कांकेर पुलिस ने दोनों हादसों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और शराब के नशे को कार दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। वहीं, बस हादसे की वजह ड्राइवर की लापरवाही और नींद की झपकी बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घायलों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, प्रशासन से की सड़क सुरक्षा की मांग
लगातार हो रहे हादसों से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि हाईवे पर स्पीड कंट्रोल, चेतावनी बोर्ड और सख्त निगरानी की व्यवस्था की जाए, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।