नवा रायपुर में एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स यूनिट का शुभारंभ, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की औद्योगिक विकास की नई शुरुआत की घोषणा


 

रायपुर, 19 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने की दिशा में एक और अहम कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को नवा रायपुर के सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की अत्याधुनिक उत्पादन इकाई का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक निवेश, स्वास्थ्य सेवा विस्तार और रोजगार सृजन जैसे कई विषयों पर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने औपचारिक शुभारंभ के बाद संयंत्र का दौरा करते हुए दवा निर्माण की पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान जब देश-दुनिया दवा संकट से जूझ रही थी, तभी इस यूनिट की कल्पना की गई थी, जो आज साकार होकर प्रदेश के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड काल में जिस प्रकार से स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर वैश्विक स्तर पर अपनी क्षमता का परिचय दिया, उसी तरह छत्तीसगढ़ भी स्वास्थ्य और फार्मा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की यह इकाई प्रदेश की औद्योगिक शक्ति का उदाहरण बनेगी।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति ने देशभर के निवेशकों को आकर्षित किया है। केवल सात से आठ महीनों में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिनमें से कई पर काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि उद्योगों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराया जाए।

उन्होंने बताया कि एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की इस इकाई में पूरी तरह ऑटोमेटेड सिस्टम के जरिए टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसी दवाइयों का उत्पादन किया जाएगा, जिससे बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने फार्मा सेक्टर में इस नई शुरुआत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह इकाई छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय फार्मा मैप पर विशेष स्थान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी। डॉ. सिंह ने कोविड काल का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भारत ने दवा और चिकित्सा संसाधनों की आपूर्ति कर वैश्विक विश्वास अर्जित किया। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर की भौगोलिक स्थिति औद्योगिक विकास के लिए अत्यंत उपयुक्त है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर विकसित छत्तीसगढ़ 2047 की परिकल्पना का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की सकल राज्यीय उत्पाद (GSDP) ₹5 लाख करोड़ है, जिसे 2030 तक ₹10 लाख करोड़ और 2047 तक ₹75 लाख करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य तय किया गया है। यह लक्ष्य जनसहयोग और औद्योगिक विस्तार के माध्यम से ही संभव होगा।

उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष में छह से अधिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का शुभारंभ हुआ है, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर गंभीर है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य के प्रति सोच को साझा करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत आम नागरिकों को मुफ्त इलाज मिल रहा है और वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को निरोग रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

इस भव्य आयोजन में वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, पवन साय, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक ललित चंद्राकर, विधायक संपत अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, पर्यटन मंडल अध्यक्ष नीलू शर्मा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, नागर‍िक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।

एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स से कोमलचंद चोपड़ा, अनिल देशलहरा और उज्ज्वल दीपक ने कंपनी के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि आने वाले वर्षों में इकाई का और विस्तार कर इसे देश की अग्रणी फार्मा कंपनियों में शामिल करने की योजना है।

इस यूनिट के शुभारंभ से नवा रायपुर न केवल एक नया औद्योगिक केंद्र बनेगा, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार और प्रगति के नए रास्ते खोलेगा। यह पहल ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक सशक्त कदम है, जिसमें छत्तीसगढ़ की भूमिका अहम साबित हो रही है।

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