बिलासपुर को स्वच्छता में बड़ी उपलब्धि: प्रेसिडेंट अवॉर्ड के लिए हुआ चयन छह साल बाद फिर से राष्ट्रीय मंच पर चमका बिलासपुर, 17 जुलाई को होगा सम्मानित


 

बिलासपुर: स्वच्छता के क्षेत्र में बिलासपुर ने एक बार फिर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराते हुए देशभर में पहचान बनाई है। छह साल के लंबे अंतराल के बाद बिलासपुर शहर को प्रेसिडेंट अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है। छत्तीसगढ़ से इस पुरस्कार के लिए चयनित तीन शहरों में बिलासपुर का भी नाम शामिल है। यह सम्मान 17 जुलाई को प्रदान किया जाएगा।

मैकेनाइज्ड सफाई और जनसहयोग का परिणाम

नगर निगम द्वारा हाल ही में शामिल किए गए पंचायत क्षेत्र के 17 वार्डों में आधुनिक सफाई व्यवस्था लागू की गई है। यहां इटली से आयातित डिलेबो स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई की जा रही है। साथ ही घर-घर कचरा संग्रहण के लिए 37 नए वाहन भी खरीदे गए हैं। यह मैकेनाइज्ड सफाई प्रणाली शहर की स्वच्छता व्यवस्था में एक नया अध्याय जोड़ रही है।

डिप्टी सीएम की पहल और निरीक्षण योजना

राज्य के डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि भाजपा सरकार बनने के बाद अफसरों के प्रात: भ्रमण की योजना शुरू की गई, जिससे हर गली-मोहल्ले की सफाई व्यवस्था पर सीधा नियंत्रण संभव हुआ। इसके साथ ही स्वच्छता पखवाड़ा और जनसमस्या निवारण पखवाड़ा जैसे अभियान चलाए गए, जिससे सफाई में जनभागीदारी बढ़ी।

निगम और जनता का सामूहिक प्रयास

महापौर पूजा विधानी ने इस सफलता को जनता की जीत करार देते हुए कहा कि नगर निगम, जनप्रतिनिधियों, सफाई कर्मचारियों और नागरिकों के सामूहिक प्रयास से ही यह उपलब्धि संभव हो सकी है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जनता से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में वे निरंतर काम कर रही हैं।

कमिश्नर का दावा: 5 स्टार और वाटर प्लस

नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने जानकारी दी कि इस बार बिलासपुर को 5 स्टार रेटिंग और वाटर प्लस की मान्यता मिलने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि पिछले सर्वेक्षण में शहर को 3 स्टार मिला था, लेकिन इस बार व्यवस्थाओं में बड़ा सुधार किया गया है।

साफ-सफाई पर हुआ करोड़ों का खर्च

नगर निगम ने पुराने क्षेत्र में मैकेनाइज्ड सफाई और डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण पर हर महीने करीब ₹3.50 करोड़ खर्च किए। इस बार पंचायत क्षेत्र को शामिल करते हुए इसमें ₹1.5 करोड़ की बढ़ोतरी की गई। स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले 62 सार्वजनिक शौचालयों को सर्वसुविधायुक्त बनाने के लिए ₹1.33 करोड़ और वाल राइटिंग के लिए ₹25 लाख खर्च किए गए।

बिलासपुर की अब तक की रैंकिंग

  • 2017: 179वीं

  • 2018: 22वीं

  • 2019: 28वीं

  • 2020: 19वीं

  • 2021: 21वीं

  • 2022: 25वीं

  • 2023: 28वीं

इस बार रैंकिंग में होगा बड़ा उछाल

प्रेसिडेंट अवॉर्ड के लिए चयन यह संकेत है कि स्वच्छता रैंकिंग में इस बार बिलासपुर की स्थिति पहले से कहीं बेहतर होगी। नए उपायों, सतत निगरानी और तकनीक के समावेश से शहर की छवि में बड़ा बदलाव आया है।

Post a Comment

Previous Post Next Post