रायपुर। राजधानी के आमानाका इलाके में एक कार शॉप को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। सरस्वती नगर थाना क्षेत्र स्थित इस दुकान में जबरन घुसकर तोड़फोड़ और चोरी का आरोप लगा है। दुकान के किराएदार नितिन कृष्णानी ने दुकान मालिक शंकर सिंह केसरिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है।
किराएदार का आरोप – दुकान में घुसकर की तोड़फोड़
नितिन कृष्णानी का कहना है कि वह पिछले 9 वर्षों से इस दुकान में कारों की खरीदी-बिक्री का व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने दुकान मालिक शंकर सिंह केसरिया से यह दुकान किराए पर ली थी और लगातार किराया भी अदा कर रहे थे। हालांकि, साल 2023 में दुकान का एग्रीमेंट समाप्त हो गया था।
किराएदार का आरोप है कि इसी विवाद के चलते 29 जून की रात को शंकर सिंह केसरिया और एक अन्य व्यक्ति जबरन दुकान में घुसे। दुकान का कांच तोड़ा और अंदर रखी नकदी निकाल ली। यही नहीं, दुकान के शटर पर वेल्डिंग कर उसे बंद भी कर दिया।
सुबह पहुंचने पर खुला विवाद
नितिन ने बताया कि जब वह अगली सुबह दुकान पहुंचे, तो देखा कि शटर वेल्डिंग कर बंद किया जा चुका था। इसके बाद उन्होंने तत्काल थाने में शिकायत दर्ज कराई। किराएदार ने पुलिस से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और आरोपियों पर कार्रवाई की जाए।
दूसरा पक्ष नहीं आया सामने, पुलिस कर रही जांच
दूसरी ओर, इस मामले में दुकान मालिक शंकर सिंह केसरिया से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला। वहीं, सरस्वती नगर थाना पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है और सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक, मामले में फिलहाल जांच जारी है। दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। CCTV फुटेज और गवाहों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। पुलिस का कहना है कि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा और कानून के तहत ही कार्रवाई होगी।
स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय
यह विवाद इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से दुकान को लेकर विवाद चल रहा था, लेकिन ऐसी घटना पहली बार हुई है।
अब क्या होगा?
पुलिस की जांच पर अब सबकी नजरें टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच के बाद दोषी कौन साबित होता है। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों के बीच समझाइश का प्रयास भी कर रही है, ताकि मामला और न बढ़े।