दुर्ग ज़िले के पाटन थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है, जिसमें पैरोल पर जेल से बाहर आया निगरानी बदमाश संजू वैष्णव फिर से अपराध की राह पर निकल पड़ा। आरोपी ने ग्राम रवेली निवासी एक किसान से उसके बेटे की जमानत कराने के नाम पर ठगी की और फिर फरार हो गया था। पाटन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 21 जून को 59 वर्षीय किसान नंदन यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनका बेटा ओमप्रकाश यादव दुर्ग जेल में बंद है। 20 जून को संजू वैष्णव उनके घर पहुंचा और खुद को जमानत कराने में सक्षम बताते हुए नकदी और ज़रूरी दस्तावेज़ लेकर चलने को कहा। किसान भरोसे में आ गया और उसे अपनी स्कूटी (CG 07 CQ 4737) पर बैठाकर दुर्ग ले गया।
दुर्ग कोर्ट के पास पहुंचने पर आरोपी ने किसान को नोटरी कार्यालय के पास रुकने को कहा और उससे 1500 रुपए, मोबाइल और स्कूटी लेकर चला गया। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। पीड़ित ने पाटन थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
जांच में सामने आया कि संजू वैष्णव पाटन थाना का निगरानी बदमाश है, जो हत्या के मामले में सजा काट रहा था और फिलहाल पैरोल पर जेल से बाहर आया था। लेकिन पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद भी वह वापस जेल नहीं गया। आरोपी को पुलिस ने उसके गांव के रास्ते से पकड़ा।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(2) और 318 के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।