रायपुर, 15 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ब्लैकमेलिंग और सूदखोरी के चर्चित केस में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। फरार चल रहे कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर की पत्नी भावना तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में दर्ज इस मामले की जांच में भावना की गिरफ्तारी से पुलिस को कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
भावना तोमर शुभकामना वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर थी और जमीन की खरीद-फरोख्त में सक्रिय भूमिका निभाती थी। आरोप है कि उसने 3 लाख रुपये की उधारी देकर एक जगुआर कार को अपने कब्जे में लिया और उसके बदले 10 लाख रुपये की मांग करती रही। जबकि पीड़ित पहले ही 5 लाख रुपये चुका चुका था।
पुलिस ने भावना तोमर से पूछताछ के दौरान एक लग्जरी कार, दो मोबाइल और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि भावना का अपने फरार पति रोहित सिंह तोमर और देवर वीरेंद्र सिंह तोमर से लगातार संपर्क था। इसी इनपुट पर कार्रवाई करते हुए रायपुर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।
असली मालिक की कार थी जब्त
जांच में सामने आया है कि जिस जगुआर कार को जब्त किया गया है, वह तोमर ब्रदर्स की नहीं थी। गाड़ी का असली मालिक भिलाई निवासी मनोज कुमार वर्मा है, जिसने 5 साल पहले 3 लाख रुपये की उधारी ली थी। रकम चुकाने के बावजूद कार वापस नहीं की गई, और उल्टा धमकियां दी जाती रहीं।
तोमर बंधुओं पर लटकी कुर्की की तलवार
रोहित और वीरेंद्र तोमर पर पहले से ही रायपुर के विभिन्न थानों में छह से अधिक मामले दर्ज हैं। ये आरोप सूदखोरी, धमकी, ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली से संबंधित हैं। दोनों आरोपी पिछले एक महीने से फरार हैं। पुलिस ने उन्हें पकड़ने कई राज्यों में टीमें भेजीं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली।
14 जुलाई को कोर्ट में हाजिरी की सूचना दिए जाने के बाद भी दोनों हाजिर नहीं हुए। इसके बाद कोर्ट ने दोनों को फरार घोषित करते हुए उद्घोषणा जारी की है और 18 जुलाई तक पेश होने का निर्देश दिया है। अनुपस्थिति की स्थिति में पुलिस कुर्की की कार्रवाई करेगी।
निगरानी गुंडा और 'गोल्डन मैन' की पहचान
रोहित तोमर को रायपुर पुलिस ने निगरानी बदमाश घोषित कर रखा है। उसके खिलाफ राजेंद्र नगर, तेलीबांधा, कोतवाली, गुढ़ियारी सहित कई थानों में नौ से अधिक मामले दर्ज हैं। स्थानीय लोगों में वह 'गोल्डन मैन' के नाम से भी पहचाना जाता था। रसूख बनाए रखने के लिए अक्सर अपने गिरोह के साथ कार्यक्रमों में शामिल होता था।
सूदखोरी का जाल और खामोश पीड़ित
तोमर बंधुओं के शिकार बने कई पीड़ित लंबे समय तक डर की वजह से चुप थे। अब जब पुलिस ने कार्रवाई तेज की है, तो लोग सामने आकर शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। नारायणपुर जिले के एक पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने 10 लाख रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन अब तक ब्याज सहित 1.10 करोड़ रुपये चुका चुका है।
पुलिस को उम्मीद: भावना से मिल सकती है लोकेशन
भावना तोमर से पूछताछ जारी है और पुलिस को भरोसा है कि उससे रोहित और वीरेंद्र की वर्तमान लोकेशन, नेटवर्क और छिपने के ठिकानों की जानकारी मिल सकती है। आने वाले दिनों में इस हाई-प्रोफाइल सूदखोरी और ब्लैकमेलिंग केस में और भी खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
