एनटीपीसी सीपत राखड़ डैम में हादसा: ट्रेलर ड्राइवर की राखड़ में दबने से मौत, परिजनों का हंगामा


 

बिलासपुर, 17 जुलाई 2025
बिलासपुर जिले के सीपत स्थित एनटीपीसी के राखड़ डैम में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। राखड़ लोडिंग के दौरान ट्रेलर चालक रामखिलावन महिलांगे की राख के मलबे में दबने से मौत हो गई। हादसा इतना खामोशी से हुआ कि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। 24 घंटे तक ड्राइवर का कोई सुराग न मिलने पर परिजनों ने हंगामा किया, जिसके बाद मामले की परतें खुलीं।

हादसा कैसे हुआ?

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम घुठेली निवासी रामखिलावन (उम्र लगभग 45 वर्ष) सोमवार को अपने ट्रेलर में राखड़ लोड कराने एनटीपीसी राखड़ डैम गया था। वह ट्रॉली पर चढ़कर कैप कवर निकाल रहा था, तभी अचानक चेन माउंटेन ऑपरेटर ने बिना देखे ही ट्रॉली में राखड़ डालना शुरू कर दिया। ट्रॉली में पहले से मौजूद रामखिलावन मलबे के नीचे दब गया।

किसी ने नहीं देखा हादसा

हादसे के वक्त ट्रॉली की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। लोडिंग जारी रही और ड्राइवर राखड़ में पूरी तरह दब गया। पूरे दिन और रात बीत जाने के बावजूद जब रामखिलावन घर नहीं लौटा, तब परिजन चिंतित हो गए।

परिजनों का आक्रोश, शव लेने से किया इनकार

मंगलवार शाम तक जब कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने एनटीपीसी परिसर जाकर जांच शुरू की। राख लोड ट्रेलर को देखने के बाद पुलिस को संदेह हुआ और जब ट्रेलर की ट्रॉली से राख को हटवाया गया, तब रामखिलावन का शव बाहर निकला।

शव मिलने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने एनटीपीसी प्रबंधन और मशीन ऑपरेटर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव उठाने से मना कर दिया। मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने समझाइश दी और मुआवजा व दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।

पुलिस जांच में जुटी

टीआई गोपाल सतपथी ने बताया कि फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस अब ऑपरेटर की भूमिका और एनटीपीसी की लापरवाही की दिशा में जांच कर रही है।

सवालों के घेरे में एनटीपीसी

इस हादसे ने एनटीपीसी की सुरक्षा व्यवस्था और कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या साइट पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रोटोकॉल हैं? क्या ऑपरेटरों को लोडिंग से पहले निरीक्षण के लिए प्रशिक्षित किया गया है? इस मामले में एनटीपीसी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।


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