पाम मॉल के बाहर शराब पीते व्यापारी और गार्ड पकड़े गए, नशे में युवतियों का सड़क पर हंगामा स्थानीय लोग बोले - रात में नशे में वाहन चलाना बन सकता है जानलेवा, पुलिस की पेट्रोलिंग में दो गिरफ्तार


 

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शनिवार रात शहर के एक प्रमुख शॉपिंग मॉल पाम मॉल के बाहर एक शर्मनाक दृश्य सामने आया। मॉल के बाहर खुलेआम शराब पी रहे दो व्यक्तियों को पुलिस ने रंगेहाथों पकड़ा, जबकि उसी दौरान मॉल के पास स्थित एक बार से बाहर निकल रहीं कुछ युवतियां नशे की हालत में सड़कों पर बेकाबू हालत में दौड़ती नजर आईं। इस पूरे घटनाक्रम से शहर में देर रात होने वाली गतिविधियों को लेकर आम लोगों में चिंता बढ़ गई है।

पकड़े गए आरोपियों में एक स्थानीय व्यापारी और दूसरा मॉल में तैनात सुरक्षा गार्ड था। पुलिस की जानकारी के अनुसार, मॉल के भीतर मोबाइल फोन की दुकान चलाने वाला आर्यन राय (27 वर्ष), निवासी मानिकपुर चौकी क्षेत्र, अपने एक मित्र आशीष सिंह (34 वर्ष), निवासी सेक्टर 5, के साथ मॉल के बाहर सार्वजनिक स्थान पर शराब पी रहा था। दोनों को पुलिस ने मौके पर रोका और पूछताछ के बाद सीएसईबी चौकी ले जाया गया।

शहर के सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि यह कार्रवाई नियमित पेट्रोलिंग के दौरान की गई। पुलिस टीम को मॉल के सामने दो लोग नशे में दिखे, जिनके हाथों में शराब की बोतलें और गिलास थे। दोनों से पूछताछ की गई और मेडिकल जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। प्राथमिक जांच में दोनों के शराब सेवन की पुष्टि हुई है।

इसी दौरान ONC बार से बाहर निकल रही कुछ युवतियां नशे की हालत में असंतुलित दिखाई दीं। चश्मदीदों के अनुसार, ये युवतियां बिना किसी दिशा या नियंत्रण के सड़क पर दौड़ रहीं थीं, जिससे वहां मौजूद राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी हुई। कुछ लोगों ने बताया कि युवतियों का व्यवहार बेहद लापरवाह और खतरनाक था, जो हादसे की आशंका को जन्म दे सकता था।

स्थानीय नागरिकों ने इस घटनाक्रम के बाद नाराजगी जताते हुए कहा कि मॉल के आसपास के क्षेत्र में देर रात नशे में धुत युवा और युवतियां सड़कों पर घूमते हैं, तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाते हैं और अक्सर झगड़े जैसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं। इससे ना केवल सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में पड़ती है, बल्कि सामाजिक वातावरण पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।

मानिकपुर के एक निवासी ने बताया, “हम रोज़ रात को शोर-शराबा और नशे में धुत युवाओं की गाड़ियों की आवाज़ों से परेशान रहते हैं। अगर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।”

एक अन्य महिला निवासी ने कहा, “मॉल के आसपास कई परिवार और बुजुर्ग रहते हैं। देर रात चल रही शराब पार्टी और सड़क पर उत्पात हमें चिंता में डाल देते हैं।”

हालांकि, पुलिस का कहना है कि अब रात में गश्त बढ़ाई जाएगी और सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोरबा पुलिस ने मॉल प्रबंधन और बार संचालकों को भी चेतावनी दी है कि वे अपने परिसर में इस तरह की गतिविधियों पर नियंत्रण रखें।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस द्वारा यह भी कहा गया कि अगर बार और मॉल के संचालक तय मानकों का पालन नहीं करते, तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर शराब सेवन, देर रात तक बार का संचालन और लापरवाह युवाओं की हरकतों पर कैसे अंकुश लगाया जाए। समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर इसके लिए गंभीर पहल करनी होगी।

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