मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए पितृपक्ष के अवसर पर बड़ी राहत की खबर आई है। पश्चिम मध्य रेलवे ने सितंबर माह में विशेष ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है। यह ट्रेनें खास तौर पर गया (बिहार) जाने वाले यात्रियों के लिए चलाई जा रही हैं। गया पितृपक्ष और पिंडदान का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र माना जाता है, जहां देश के कोने-कोने से लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने पहुंचते हैं।
इस बार पितृपक्ष 7 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर 2025 तक चलेगा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का गया पहुंचना तय है। यात्रियों की सुविधा और भीड़ को देखते हुए रेलवे ने दो रूट पर स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है।
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रानी कमलापति से गया विशेष ट्रेन
रानी कमलापति (भोपाल) स्टेशन से गया के बीच ट्रेन नंबर 01661/01662 चलाई जाएगी। यह कुल छह फेरे लगाएगी।
ट्रेन नंबर 01661 रानी कमलापति से 7, 12 और 17 सितंबर को दोपहर 1:20 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 9:30 बजे गया पहुंचेगी।
ट्रेन नंबर 01662 गया से 10, 15 और 20 सितंबर को दोपहर 2:15 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 10:45 बजे रानी कमलापति लौटेगी।
इस ट्रेन का स्टॉपेज भोपाल, विदिशा, बीना, सागर, दमोह, कटनी, सतना सहित प्रयागराज छिवकी और मिर्जापुर जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रहेगा।
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सोगरिया से गया विशेष ट्रेन
दूसरा रूट सोगरिया से गया के बीच रखा गया है। ट्रेन नंबर 09817 और 09818 के रूप में यह सेवा मिलेगी।
ट्रेन नंबर 09817 सोगरिया से 6, 13 और 20 सितंबर की रात 11:10 बजे चलेगी और अगले दिन रात 11:45 बजे गया पहुंचेगी।
ट्रेन नंबर 09818 गया से 7, 14 और 21 सितंबर को रात 1:15 बजे रवाना होगी और मंगलवार रात 1:10 बजे सोगरिया पहुंचेगी।
इस ट्रेन का ठहराव गुना, अशोकनगर, सागर, दमोह, कटनी, मैहर और सतना जैसे स्टेशनों पर रहेगा।
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क्यों है गया का महत्व?
बिहार का गया हिंदू धर्म में पितृपक्ष के लिए विशेष स्थान रखता है। ऐसा माना जाता है कि यहां किए गए श्राद्ध और पिंडदान से पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। यही कारण है कि हर साल लाखों लोग यहां पहुंचकर धार्मिक कर्मकांड संपन्न करते हैं।
रेलवे का अनुमान है कि इस बार भी यात्रियों की संख्या काफी अधिक होगी। इसलिए ट्रेनों की अग्रिम बुकिंग पहले ही शुरू कर दी गई है ताकि श्रद्धालु आसानी से यात्रा की योजना बना सकें।
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यात्रियों के लिए सुविधा
यात्री इन विशेष ट्रेनों की पूरी जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और एनटीईएस ऐप पर देख सकते हैं। इसके अलावा ‘रेल मदद 139’ सेवा का भी उपयोग किया जा सकता है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सुगम यात्रा अनुभव देने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। अतिरिक्त सुरक्षा और सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।