कोरबा में पारिवारिक विवाद ने ली जान, बड़े भाई ने डंडे से पीटकर की छोटे भाई की हत्या पाली थाना क्षेत्र के कोडार गांव की घटना, आरोपी गिरफ्तार


 

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां शराब के नशे में उत्पात मचाने वाले छोटे भाई की बड़े भाई ने डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह मामला पारिवारिक तनाव, शराब की लत और आपसी झगड़े की त्रासदी को उजागर करता है।

घटना कोडार गांव की है, जहां 30 वर्षीय तुलसीराम और उसका बड़ा भाई 40 वर्षीय रामसिंह रहते हैं। दोनों भाई किसान हैं और उनके घर पास-पास ही हैं। रविवार को यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब तुलसीराम ने शराब पी रखी थी और नशे में धुत होकर अपने घर से बाहर निकला। नशे की हालत में वह रामसिंह के घर पहुंचा और दरवाजा पीटने लगा। रामसिंह ने तुलसीराम को समझाने की कोशिश की, लेकिन नशे में तुलसीराम गाली-गलौज और बदतमीजी पर उतर आया।

बताया गया कि उस समय घर के अन्य सदस्य खेतों में काम करने गए थे, जिससे दोनों भाई घर पर अकेले थे। लगातार हो रहे उत्पात से परेशान रामसिंह ने आपा खो दिया और घर में रखे डंडे से तुलसीराम पर हमला कर दिया। डंडे के वार सीधे सिर पर लगे, जिससे तुलसीराम की मौके पर ही मौत हो गई।

हत्या करने के बाद रामसिंह को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं हुआ, बल्कि वह खुद पड़ोसियों के पास गया और उन्हें बताया कि उसने अपने छोटे भाई की हत्या कर दी है। यह सुनकर गांव में सनसनी फैल गई और लोगों ने तुरंत पाली थाना को सूचना दी।

सूचना मिलते ही पाली थाना प्रभारी जितेंद्र यादव पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपी रामसिंह को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटना की जांच शुरू कर दी।

इस मामले को लेकर एडिशनल एसपी नीतिश ठाकुर ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी रामसिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी ने आत्मरक्षा या गुस्से में आकर वार किया, लेकिन यह जानबूझकर किया गया कृत्य माना जा रहा है। आगे की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि दोनों भाइयों के बीच पहले से कोई विवाद था या यह अचानक हुआ झगड़ा था।

गांव के लोगों का कहना है कि तुलसीराम को शराब पीने की आदत थी और कई बार वह नशे में दूसरों से झगड़ा करता था। रामसिंह एक शांत स्वभाव का व्यक्ति माना जाता था, लेकिन रविवार को परिस्थितियां ऐसी बनीं कि वह अपना संयम खो बैठा।

यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे घरेलू कलह और नशे की लत किसी परिवार को तबाही के कगार पर ले जा सकती है। यदि समय रहते हस्तक्षेप किया गया होता, तो शायद यह जानलेवा संघर्ष रोका जा सकता था।

पुलिस द्वारा इस मामले में हर पहलू से जांच की जा रही है, जिसमें आस-पास के लोगों के बयान, मौके की फॉरेंसिक जांच और रामसिंह के आपराधिक इतिहास की जांच शामिल है। फिलहाल आरोपी न्यायिक हिरासत में है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।

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