रायपुर में ढाबा संचालक से मारपीट का मामला, आरोपी गिरफ्तार


 

रायपुर। राजधानी के खरोरा थाना क्षेत्र के सारागांव गांव में रविवार देर रात एक ढाबा संचालक के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। घटना तब हुई जब एक युवक ने शराब खरीदने के लिए ढाबा संचालक से 1 हजार रुपए की मांग की। संचालक ने पैसे देने से इनकार किया तो युवक ने उस पर हमला कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।


जानकारी के अनुसार, आरोपी जीवन मंडावी (23) रात करीब 11.30 बजे ढाबा पहुंचा। वहां उसने ढाबा संचालक से पैसे की मांग की। संचालक ने साफ मना किया तो आरोपी ने गाली-गलौज करते हुए उसके साथ हाथापाई की। यही नहीं, उसने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। डर और असुरक्षा की स्थिति में पीड़ित ने तुरंत थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई।


पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और आरोपी को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान जीवन मंडावी के पास से बटनदार चाकू बरामद हुआ, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी पर धारा 119(1), 351(2), 115(2) सहित आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है।


थाना प्रभारी कृष्णा कुमार कुशवाहा ने बताया कि क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी ताकि लोगों में कानून का भय बना रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों से आम जनता में दहशत का माहौल बन जाता है और जरूरी है कि पुलिस समय पर सख्ती बरते।


इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि किस तरह शराब के लिए दबाव बनाकर लोग अपराध की ओर बढ़ रहे हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि नशे की लत अपराध की बड़ी वजह है और इससे न केवल समाज में असुरक्षा का वातावरण बनता है बल्कि कई निर्दोष लोग भी इसकी चपेट में आ जाते हैं।


फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यदि आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड सामने आता है तो उसके खिलाफ और भी धाराएं जोड़ी जा सकती हैं। इस बीच ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है कि आरोपी को समय रहते पकड़ लिया गया, वरना बड़ी घटना हो सकती थी।


कुल मिलाकर यह घटना इस बात का उदाहरण है कि मामूली सी मांग पूरी न होने पर किस तरह हिंसक प्रवृत्ति सामने आ जाती है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी स्थिति में अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा और आम जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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