होली 2025: सीएम विष्णुदेव साय ने बगिया में खेली रंगों की होली, उल्लास में झूमे ग्रामीण

होली 2025: सीएम विष्णुदेव साय ने बगिया में खेली रंगों की होली, उल्लास में झूमे ग्रामीण


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने गृहग्राम बगिया में ग्रामीणों के साथ होली का पर्व धूमधाम से मनाया। पूरे गांव में रंग, गुलाल और उत्साह की बौछार देखने को मिली। मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय में सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा। ग्रामीणों और शुभचिंतकों ने उनसे मुलाकात की और होली की शुभकामनाएं दीं। सीएम साय ने भी सभी को आत्मीयता से गले लगाया, तिलक लगाकर प्रेम और सौहार्द्र का संदेश दिया।

बगिया में बही रंगों की बयार गांव की गलियां इस मौके पर होली के रंगों से सराबोर हो गईं। मुख्यमंत्री ने गुलाल उड़ाया, ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरके और ग्रामीणों के साथ पारंपरिक होली खेली। चारों तरफ रंगों की बौछार के बीच "होली है!" के जयकारे गूंजते रहे। हर कोई उमंग और जोश से भरपूर नजर आया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा,"

होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, भाईचारे और आपसी मेलजोल का प्रतीक है। यह पर्व हमें हर भेदभाव को भुलाकर समाज में एकता और सौहार्द्र का संदेश देता है।"

गांववासियों से संवाद, समस्याओं पर चर्चा होली के इस रंगीन अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से संवाद भी किया। उन्होंने उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने उनके प्रति आभार व्यक्त किया।

लोकगीतों पर झूमे लोग, व्यंजनों का लिया आनंद कार्यक्रम के दौरान नितेश कच्छप और उनकी टीम ने पारंपरिक होली गीतों की शानदार प्रस्तुति दी, जिससे पूरा माहौल संगीतमय हो गया। "रंग बरसे" और "होली खेले रघुवीरा" जैसे लोकगीतों पर लोग झूमने लगे। इस अवसर पर पारंपरिक व्यंजन भी परोसे गए, जहां लोगों ने गुजिया, ठंडाई और अन्य पकवानों का आनंद लिया।


अधिकारियों और गणमान्य लोगों की रही खास मौजूदगी इस उल्लासमय अवसर पर कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण और गणमान्य लोग भी शामिल हुए। सभी ने मुख्यमंत्री के साथ मिलकर होली खेली और पर्व का आनंद लिया।

बगिया में प्रेम और एकता की मिसाल बनी होली
सीएम साय के नेतृत्व में बगिया गांव ने इस पर्व को केवल रंगों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे समरसता, भाईचारे और प्रेम का संदेश देने वाला त्योहार बना दिया। मुख्यमंत्री की भागीदारी से ग्रामीणों का उत्साह दोगुना हो गया, और होली 2025 की यह यादगार छवि सभी के दिलों में बस गई।




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