दुर्ग-भिलाई से आए श्रद्धालु निशान लेकर खाटू श्याम बाबा के दरबार में पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी मनोकामनाएं अर्पित कीं।

दुर्ग-भिलाई से आए श्रद्धालु निशान लेकर खाटू श्याम बाबा के दरबार में पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी मनोकामनाएं अर्पित कीं।

आमलकी एकादशी पर खाटू श्याम मंदिर में भव्य महोत्सव, निशान यात्रा और भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु

दुर्ग-भिलाई के भक्तों ने श्रद्धा के साथ निकाली भव्य निशान यात्रा, श्याम भजनों की गूंज से गूंज उठा मंदिर

दुर्ग-भिलाई में आमलकी एकादशी का पर्व भक्तिमय माहौल में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सोमवार को कादंबरी नगर स्थित खाटू श्याम मंदिर तक भव्य निशान यात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। यात्रा के दौरान भक्तों ने बाबा श्याम के जयकारों से माहौल को भक्तिमय बना दिया।


श्रद्धा और उल्लास के साथ निकली निशान यात्रा

निशान यात्रा की शुरुआत दुर्ग के दीपक नगर, भिलाई के नेहरू नगर और न्यू खुर्सीपार राधाकृष्ण मंदिर से हुई। खुर्सीपार से करीब 10 किलोमीटर की यात्रा करते हुए भक्तगण मंदिर पहुंचे। रास्ते में जगह-जगह स्थानीय भक्तों ने फूल बरसाकर यात्रा का स्वागत किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय और आनंदित हो गया। सुबह की यात्रा रेलवे पुल होते हुए धमधा रोड से कादंबरी नगर स्थित श्याम मंदिर पहुंची, जहां भक्तों ने बाबा को निशान अर्पित कर प्रार्थना की।

भजन संध्या में मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु

शाम को मंदिर में शानदार भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने भाव-विभोर होकर भजन गाए और नृत्य किया। इस मौके पर लुधियाना के प्रसिद्ध भजन गायक कुश कन्हैया और राजनांदगांव के हार्दिक व्यास ने अपनी सुरीली आवाज में एक से बढ़कर एक श्याम भजनों की प्रस्तुति दी। उनके भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे और पूरा मंदिर परिसर भक्ति रस में डूब गया।

भोजन प्रसादी और सेवाभाव का आयोजन

भजन संध्या के बाद भक्तों के लिए स्वल्पाहार प्रसाद की व्यवस्था की गई। वहीं, रात में भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और श्याम बाबा की कृपा प्राप्त की।

फाल्गुन महोत्सव की तैयारियां जोरों पर

मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि 14 मार्च को श्याम बाबा का भव्य फाल्गुन महोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन सुबह 9 बजे दिल्ली से आए प्रसिद्ध भजन गायक संगम शिवम गोस्वामी द्वारा फागुनी धमाल और फागुनी भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके साथ ही फूलों और इत्र की होली का भव्य आयोजन होगा, जिसमें श्रद्धालु भक्ति और प्रेम के रंगों में रंग जाएंगे।

भक्तिमय माहौल में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम

आमलकी एकादशी पर खाटू श्याम बाबा के भक्तों की आस्था और उत्साह देखने लायक था। निशान यात्रा से लेकर भजन संध्या और प्रसाद वितरण तक, हर आयोजन ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। अब सभी भक्त 14 मार्च के फाल्गुन महोत्सव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जहां बाबा श्याम की भक्ति में एक और रंगारंग अध्याय जुड़ने वाला है।

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