आईपीएल ऑनलाइन सट्टा 2025: हाईटेक सट्टेबाजी से करोड़ों का खेल!

आईपीएल ऑनलाइन सट्टा 2025: हाईटेक सट्टेबाजी से करोड़ों का खेल!

आईपीएल 2025 के रोमांच के साथ ही ऑनलाइन सट्टेबाजी का धंधा भी चरम पर पहुंच चुका है। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में क्रिकेट प्रेमियों के बीच आईपीएल की चर्चा जोरों पर है, लेकिन इसके साथ ही सटोरिए भी सक्रिय हो गए हैं।



ऑनलाइन सट्टे का हाइटेक जाल

हर मैच के साथ लाखों-करोड़ों का सट्टा लगाया जा रहा है। अब पारंपरिक सट्टेबाजी से आगे बढ़कर बुकी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, मोबाइल एप्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए दांव लगवा रहे हैं। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से यह सट्टा पुलिस की नजरों से बचते हुए तेजी से फैल रहा है।

शहर से लेकर गांवों तक फैला नेटवर्क

कवर्धा शहर के साथ-साथ पोंडी, पंडरिया, बोड़ला और लोहारा जैसे इलाकों में भी सट्टे का कारोबार चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, दो बड़े सटोरिए इसे संचालित कर रहे हैं, जिनके लगभग 20 से अधिक गुर्गे शहरभर में इस अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं।

पुलिस की सुस्ती या मिलीभगत?

दो साल पहले कवर्धा पुलिस ने आईपीएल सट्टे में शामिल कुछ सटोरियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन इस साल अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय साइबर सेल और गश्त कर रही पुलिस को इसकी जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। डीएसपी कृष्ण कुमार चंद्राकर ने बयान दिया है कि जल्द ही छापेमारी की जाएगी।

इस तरह चलता है सट्टे का खेल

सटोरिए के गुर्गे कई मोबाइल फोन लेकर बैठते हैं, और हर गेंद पर सट्टा लगाया जाता है।

  • मैच शुरू होते ही भाव तय किए जाते हैं।
  • ऑनलाइन पेमेंट (UPI, वॉलेट) के जरिए रकम जमा होती है।
  • जीतने पर भुगतान भी ऑनलाइन किया जाता है।
  • व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए गुप्त नेटवर्क चलता है, जहां बिना विश्वसनीयता के किसी को जोड़ा नहीं जाता।
  • सट्टे के हर ट्रांजेक्शन पर 5-10% तक कमीशन लिया जाता है।

लाइव स्कोर से भी तेज अपडेट!

जानकारी के अनुसार, सटोरियों के प्लेटफॉर्म्स पर स्कोर टीवी और अन्य लाइव स्कोरिंग साइट्स से 2-3 गेंद पहले अपडेट हो जाता है। आशंका है कि इनके एजेंट सीधे क्रिकेट स्टेडियम में मौजूद होते हैं और वहीं से रीयल-टाइम स्कोर और भाव अपडेट करते हैं।

गांवों तक फैला हाईटेक सट्टा

अब यह कारोबार सिर्फ शहर तक सीमित नहीं रहा। गांवों में भी लोग सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपनी आईडी बना रहे हैं। यह प्लेटफॉर्म्स व्हाट्सएप पर लिंक भेजते हैं, जहां लोग पैसे डिपॉज़िट कर दांव लगाते हैं। जब उनके अकाउंट में रकम बढ़ जाती है, तो वे व्हाट्सएप के जरिए ही पैसे निकालने की मांग करते हैं।

आईपीएल के इस सीजन में सट्टेबाजी अपने चरम पर है। पुलिस प्रशासन कब कार्रवाई करेगा, यह देखने वाली बात होगी!

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