कोरबा, छत्तीसगढ़ | 22 मई 2025
कोरबा शहर में प्रशासनिक अमले ने गुरुवार को अवैध कब्जा और बिजली चोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर की कई कॉलोनियों से अतिक्रमण हटाया और दर्जनों अवैध बिजली कनेक्शन काट दिए। इस अभियान में राजस्व विभाग, नगर निगम, विद्युत विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने हिस्सा लिया। एक आरोपी पर ₹1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
अतिक्रमण हटाने की मुहिम तेज़
कोरबा की शिवम नगर, त्रिमूर्ति कॉलोनी, शक्ति विहार और बीएसपी रोड के आसपास के इलाकों में वर्षों से अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर रह रहे लोगों को नोटिस देने के बाद प्रशासन ने आखिरकार गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। बुलडोज़र की मदद से कच्चे-पक्के निर्माणों को हटाया गया। इस दौरान कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश भी की, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के चलते स्थिति नियंत्रण में रही।
नगर निगम के जोनल अधिकारी विनोद साहू ने बताया, "कई बार नोटिस देने के बाद भी कब्जा हटाया नहीं गया था। अब इन अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की गई है ताकि सरकारी जमीन को मुक्त किया जा सके।"
बिजली चोरी पर विद्युत विभाग का सख्त रुख
बिजली विभाग की टीम ने शिवम नगर और त्रिमूर्ति कॉलोनी में औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई घरों में अवैध तरीके से बिजली उपयोग किए जाने की पुष्टि हुई। कई लोग बिना मीटर के सीधे पोल से कनेक्शन लेकर बिजली उपयोग कर रहे थे। इस पर विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ऐसे 27 अवैध कनेक्शन काट दिए।
बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता आर.के. वर्मा ने जानकारी दी कि, "अवैध बिजली उपयोग पर हम लगातार नजर बनाए हुए हैं। इस अभियान में हमने 27 अवैध कनेक्शन पकड़े और एक बड़े उपभोक्ता पर ₹1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।"
कानून तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान अब केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं रहेगा, बल्कि नियमित रूप से यह मुहिम चलाई जाएगी। अतिक्रमण करने वालों और बिजली चोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सार्वजनिक संसाधनों के दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला कलेक्टर प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया, "सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और बिजली चोरी एक गंभीर अपराध है। इससे न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान होता है, बल्कि अन्य नागरिकों को भी असुविधा होती है। हम इसे किसी भी हालत में सहन नहीं करेंगे। आगे भी इसी तरह की कार्रवाई होती रहेगी।"
आम नागरिकों ने की सराहना
इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोग जहां प्रशासन की कार्रवाई को उचित बता रहे हैं, वहीं कुछ प्रभावित परिवारों ने इसे अचानक और कठोर बताया।
स्थानीय निवासी अशोक वर्मा ने कहा, "जो लोग वर्षों से सरकारी जमीन पर कब्जा किए बैठे हैं और बिजली चोरी कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई बिल्कुल सही है। यह सब जनता की संपत्ति है, इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।"
वहीं, कुछ प्रभावितों का कहना था कि उन्हें रहने के लिए कोई विकल्प नहीं दिया गया। रीता देवी नाम की महिला ने कहा, "हम गरीब लोग हैं, सिर छुपाने के लिए जगह बनाई थी। अब अगर यह भी हटा दिया गया तो कहां जाएं?"