"नशे की रफ्तार ने छीनी मासूमों की साँसें: तेज़ स्कॉर्पियो की टक्कर से तीन नाबालिग गंभीर"



शहर के बाहरी क्षेत्र में मंगलवार शाम को एक भीषण सड़क हादसे में तीन नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गए, जब एक तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो चालक नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था और नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।

हादसा [स्थान विशेष, जैसे "बायपास रोड" या "नेशनल हाइवे 27"] के पास उस वक्त हुआ जब तीनों किशोर स्कूल से वापस लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि तीनों की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच है। बाइक पर सवार तीनों नाबालिग एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं और अक्सर साथ ही स्कूल जाते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कॉर्पियो बहुत तेज़ रफ्तार से रही थी और बार-बार सड़कों पर लहराते हुए चल रही थी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने दी जानकारी

घटना के तुरंत बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तीनों घायलों को स्थानीय सरकारी अस्पताल पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि सभी की हालत नाजुक बनी हुई है। एक किशोर के सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि अन्य दो को हाथ और पैर में फ्रैक्चर हुआ है। तीनों को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

एक चश्मदीद ने बताया, "हमने देखा कि स्कॉर्पियो बहुत तेज़ी से रही थी और बाइक को सीधे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि बाइक कई मीटर दूर जाकर गिरी और बच्चे सड़क पर दूर तक घिसटते चले गए।"




चालक नशे की हालत में था

पुलिस ने मौके पर पहुँचकर स्कॉर्पियो चालक को हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक जांच में यह पुष्टि हुई है कि चालक शराब के नशे में था। पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण कराया है, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई है। आरोपी की पहचान [आरोपी का नाम] के रूप में हुई है, जो कि स्थानीय निवासी है और पहले भी लापरवाही से गाड़ी चलाने के लिए चेतावनी प्राप्त कर चुका है।

थाना प्रभारी ने बताया, "हमने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 337 (दूसरों को चोट पहुँचाना) और 185 मोटर व्हीकल एक्ट (नशे में वाहन चलाना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है।"

स्थानीय लोग आक्रोशित

घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। लोगों ने यातायात व्यवस्था की लापरवाही और नशे में गाड़ी चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि उस इलाके में अक्सर तेज रफ्तार गाड़ियों की आवाजाही होती है, लेकिन पुलिस की गश्त के बराबर रहती है।

स्थानीय निवासी ने कहा, "हमारे बच्चे रोज इसी रास्ते से स्कूल जाते हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस कभी यहाँ नहीं दिखती। अगर समय रहते कड़ी निगरानी होती तो यह हादसा टाला जा सकता था।"



प्रशासन ने दिया भरोसा

जिला प्रशासन की ओर से एक जांच समिति गठित की गई है, जो इस हादसे की पूरी पड़ताल करेगी। साथ ही जिला कलेक्टर ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों ने बताया कि दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।

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