जेके लक्ष्मी सीमेंट लिमिटेड में गबन की एक बड़ी घटना का खुलासा हुआ है, जिसमें ट्रांसपोर्ट कंपनी के एक सुपरवाइज़र ने लाखों रुपये के सीमेंट की हेराफेरी कर कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान पहुँचाया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच तेज़ कर दी है।
घटना का खुलासा तब हुआ जब जेके लक्ष्मी सीमेंट के गोदाम में रखे गए स्टॉक और ट्रांसपोर्ट की गई खेपों में गड़बड़ी सामने आई। शुरुआती जांच में पाया गया कि पिछले कुछ महीनों में कई बार सीमेंट की खेप ट्रक द्वारा भेजी गई, लेकिन वह संबंधित स्थान पर पहुँची ही नहीं। जब कंपनी प्रबंधन ने आंतरिक ऑडिट करवाई, तब यह खुलासा हुआ कि ट्रांसपोर्ट कंपनी का एक सुपरवाइज़र इन खेपों की हेराफेरी कर रहा था।
आरोपी की पहचान रामनारायण (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है, जो पिछले चार वर्षों से ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्यरत था और सीमेंट की डिलीवरी से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों और ट्रांसपोर्ट शेड्यूल को संभालता था। पुलिस की जांच में सामने आया कि रामनारायण ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जानबूझकर कुछ ट्रकों को गलत स्थानों पर भेजा, जहाँ पहले से तय दलाल मौजूद थे। वहां सीमेंट को कम दामों पर बेच दिया जाता था और पैसे निजी खातों में भेजे जाते थे।
पुलिस कार्रवाई:
शिकायत मिलने के बाद जेके लक्ष्मी सीमेंट के प्रबंधन ने स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने जांच शुरू की और मोबाइल कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज और ट्रक जीपीएस रिकॉर्ड की सहायता से आरोपी की गतिविधियों को ट्रैक किया। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी ने यह गबन अकेले नहीं किया, बल्कि कुछ अन्य कर्मचारियों और बाहरी व्यक्तियों की भी मिलीभगत थी।
अब तक की बरामदगी:
पुलिस ने आरोपी के पास से करीब ₹12 लाख मूल्य का सीमेंट और उससे संबंधित दस्तावेज़ बरामद किए हैं। इसके साथ ही दो ट्रक जब्त किए गए हैं जो हाल ही में गबन में इस्तेमाल किए गए थे। पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है और अन्य लोग भी इसमें संलिप्त हो सकते हैं।
कंपनी की प्रतिक्रिया:
जेके लक्ष्मी सीमेंट के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “हम कंपनी में पारदर्शिता और ईमानदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हम संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।”
स्थानीय व्यापार पर असर:
इस घटना से स्थानीय स्तर पर सीमेंट आपूर्ति में कुछ समय के लिए बाधा उत्पन्न हुई, जिससे निर्माण कार्यों पर असर पड़ा। हालांकि कंपनी ने वैकल्पिक प्रबंध कर स्थिति को संभाल लिया है।
आगे की कार्यवाही:
पुलिस अब उन अन्य कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है जिनके नाम आरोपी ने पूछताछ में उजागर किए हैं। इसके अलावा बैंक खातों और लेन-देन की गहन जांच जारी है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ हो जाएगा।