भिलाई, 15 मई 2025 — दुर्ग पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने भिलाई के सुपेला क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है, जो पिछले दो वर्षों से फर्जी नाम और नकली आधार कार्ड के जरिए किराए पर रह रही थी। पुलिस ने उस मकान मालिक को भी गिरफ्तार किया है, जिसने बिना पुलिस वेरीफिकेशन के महिला को किराये पर मकान दिया था।
दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि अवैध अप्रवासन को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। जांच में यह सामने आया कि सुपेला के नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में महिला काकोली पिछले दो सालों से रह रही थी। उसने अपनी पहचान छुपाकर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से वहां किराया लिया था।
देह व्यापार में लिप्त थी महिला
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि काकोली मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है और भारत आने के बाद वह कोलकाता के कुख्यात सोनागाछी इलाके में देह व्यापार में संलग्न हो गई थी। पांच वर्षों तक कोलकाता में रहने के बाद वह दिल्ली पहुंची और फिर अपनी एक सहेली पूजा के साथ भिलाई आई। यहां वह दो वर्षों से रहकर अवैध गतिविधियों में लिप्त थी।
हवाला जैसे तरीकों से भेजती थी पैसा बांग्लादेश
एसआईटी की पूछताछ में काकोली ने बताया कि वह भिलाई में जो भी पैसा कमाती थी, उसे कोलकाता स्थित अपने एक परिचित के जरिए बांग्लादेश भेजा करती थी। वह व्यक्ति नकद पैसे को सीमावर्ती इलाकों के जरिए उसके परिवार तक पहुंचाता था। इस तरह के लेनदेन से हवाला नेटवर्क की भी आशंका जताई जा रही है।
मकान मालिक की भी गिरफ्तारी
एसआईटी ने मकान मालिक सूरज साव को भी हिरासत में लिया है, जिसने बिना किसी वैधानिक जांच और पुलिस वेरिफिकेशन के महिला को मकान किराये पर दे दिया था। पुलिस के मुताबिक, यह लापरवाही गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है, विशेषकर जब किरायेदार विदेशी हो और फर्जी दस्तावेजों के साथ रह रहा हो।
पुलिस करेगी गहन जांच
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि काकोली भारत कैसे पहुंची और उसके फर्जी आधार कार्ड किसने बनाए। इसके पीछे किन-किन लोगों की संलिप्तता है, यह जानने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी। साथ ही संबंधित केंद्रीय एजेंसियों को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दी जाएगी, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समन्वय बनाकर कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया
एसआईटी ने इस घटना को गंभीर मानते हुए सभी थाना क्षेत्रों को सतर्क कर दिया है और विदेशियों के पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। दुर्ग पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे किरायेदारों को रखने से पहले स्थानीय पुलिस थाने में उनकी पूरी जानकारी जरूर दें।
