धमतरी, छत्तीसगढ़ — शहर के सिहावा चौक स्थित डागा धर्मशाला पर गुरुवार को नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलवा दिया। यह धर्मशाला पिछले 90 वर्षों से लीज पर दी गई जमीन पर बनी थी, जिसकी लीज की अवधि समाप्त हो चुकी थी। मामले को लेकर ट्रस्ट ने उच्च न्यायालय में याचिका लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने नगर निगम के पक्ष में फैसला सुनाते हुए भवन पर निर्णय लेने का अधिकार निगम आयुक्त को दिया।
भवन को जर्जर घोषित कर चुकी थी पीडब्ल्यूडी
लोक निर्माण विभाग (PWD) ने 2017-18 में इस भवन को जर्जर घोषित किया था और इसे ध्वस्त करने की सिफारिश की थी। निगम द्वारा ट्रस्ट को कई बार सुनवाई का अवसर भी दिया गया, लेकिन समाधान न निकलने के बाद अंततः गुरुवार को निगम की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में इसे ढहा दिया।
असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बना था भवन
निगम के अधिकारी पीसी सार्वा के अनुसार, वर्षों से यह भवन असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ था, जिससे आसपास के नागरिकों को सुरक्षा संबंधी समस्याएं हो रही थीं। नगर निगम ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई को जरूरी समझा।
यहां बनेगा मॉल या जनहित का कोई प्रोजेक्ट
महापौर रामू रोहरा ने बताया कि यह भूमि अब निगम के अधीन है और यहां जल्द ही विकास कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर मॉल बनाने की योजना पहले से बजट में प्रस्तावित थी, जिसे अब इसी स्थान पर स्थापित किया जा सकता है। यह स्थान शहर के मुख्य मार्ग पर स्थित होने के कारण इसका उपयोग जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
जनता ने किया समर्थन, सराहना सोशल मीडिया पर
इस कार्रवाई का शहरवासियों ने समर्थन किया है। लोगों का कहना है कि यह स्थान लंबे समय से उपेक्षित था और अवांछनीय गतिविधियों का केंद्र बन गया था। अब यहां जनहित के विकास कार्य होंगे, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने नगर निगम की इस पहल की जमकर तारीफ की है।