अस्पताल ले जाते समय हुई छात्रा की मौत।
अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम, मस्तूरी थाना क्षेत्र की घटना
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक दर्दनाक हादसे में 15 वर्षीय किशोरी की जहरीले सांप के काटने से मौत हो गई। घटना मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम ठाकुरदेवा की है, जहां नंदिनी पटेल नाम की छात्रा अपने घर में मां के साथ सो रही थी। देर रात करीब 1:30 बजे उसके पैर में सांप ने डंस लिया, जिससे वह चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनकर मां जाग गई और तुरंत अन्य परिजनों को उठाया गया।
बताया गया कि सांप बच्ची को काटने के बाद कमरे में ही टेबल के नीचे छिपकर बैठ गया था। परिवार ने जल्दबाजी में आसपास के लोगों को सूचना दी और उसे अस्पताल ले जाने के लिए वाहन का इंतजाम किया, लेकिन इसी दौरान जहर तेजी से पूरे शरीर में फैल गया। नंदिनी रास्ते में ही बेहोश हो गई। उसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
बिस्तर में सो रही लड़की को जहरीले सांप ने काटा।
बारिश में सांप से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां
बारिश के मौसम में सांपों की सक्रियता बढ़ जाती है, खासकर उन इलाकों में जहां जलभराव, झाड़ियां या घास अधिक होती हैं। ऐसे में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है:
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जमीन या बिस्तर पर सोते समय अच्छी क्वालिटी की मच्छरदानी का उपयोग करें।
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खेत, जंगल, नदी-तालाब या निर्माणस्थलों पर जाते समय लॉन्ग बूट पहनें।
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घनी झाड़ियों या पत्थरों के नीचे डंडे से हल्का शोर करते हुए चलें।
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मिट्टी का तेल या फिनाइल कमरे में छिड़कने से सांप दूर रहते हैं।
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घर के आसपास की घास समय-समय पर काटते रहें और अनावश्यक कबाड़ इकट्ठा न करें।
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घर की नालियों और गड्ढों को बंद रखें, ताकि सांपों को घुसने का रास्ता न मिले।
यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि मानसून के दौरान छोटे-छोटे उपाय अपनाकर बड़ी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में जागरूकता फैलाना भी जरूरी है, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

