भिलाई | छत्तीसगढ़: वैशाली नगर इलाके में हुए जानलेवा हमले के मुख्य आरोपी दीपक नेपाली की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं। पुलिस ने दीपक की चल-अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी है। यह कार्रवाई उस हमले के बाद हो रही है, जिसमें पीड़ित प्रदीप चौबे को चार लोगों ने मिलकर बुरी तरह पीटा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी दीपक नेपाली के साथ शुभम यादव, रामप्यारे यादव और रोशन सिंह उर्फ राजा भी हमले में शामिल थे। इनमें से शुभम यादव को वारदात के अगले ही दिन पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा था, जबकि रामप्यारे और राजा ने हाल ही में दुर्ग न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। वहीं, मुख्य आरोपी दीपक नेपाली अब भी फरार है।
गला दबाया, दीवार पर सिर पटका
घटना 21 मई की रात की है। पीड़ित प्रदीप चौबे की पत्नी स्नेहा चौबे ने वैशाली नगर थाने में शिकायत दी थी कि रात करीब 10:30 बजे उनके पति को शुभम यादव का फोन आया, जिसने उन्हें घर से बाहर बुलाया। जैसे ही प्रदीप बाहर निकले, पहले से मौजूद आरोपी उन पर टूट पड़े। गाली-गलौज के साथ मारपीट शुरू हुई, और फिर प्रदीप का गला दबाकर उनका सिर दीवार पर पटक दिया गया।
पत्नी को भी दी जान से मारने की धमकी
हंगामा सुनकर जब स्नेहा चौबे बाहर निकलीं तो आरोपियों ने उन्हें भी धक्का देकर धमकाया। स्नेहा ने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को कॉल किया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गए।
संपत्ति विवाद से जुड़ा है मामला
एएसपी पद्मश्री तंवर के मुताबिक, प्रदीप चौबे प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। इस विवाद की जड़ एक पुराने मकान सौदे से जुड़ी है, जिसमें आरोपी रामप्यारे यादव को 50 हजार रुपए कमीशन मिलना था। सौदा पूरा नहीं होने और बाकी रकम नहीं मिलने पर रामप्यारे यादव ने दीपक नेपाली व अन्य साथियों को लेकर जबरन पैसे वसूलने प्रदीप के घर पहुंचा था।
दीपक नेपाली पर पहले से कई केस
जानकारी के अनुसार दीपक नेपाली पर पहले से ही कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसके दो भाइयों लोकेश और नीरज के खिलाफ भी केस दर्ज हैं। इनके खिलाफ महादेव सट्टा एप का पैनल संचालन करने का भी संदेह है।
पुलिस अब दीपक नेपाली की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है और कोर्ट से उसकी संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति ले रही है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी और अपराध को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।