कोरबा के चाकाबूड़ा जंगल में दिखा रहस्यमयी वन्यजीव, ड्रोन से निगरानी शुरू


 

कोरबा, छत्तीसगढ़। कटघोरा तहसील के चाकाबूड़ा जंगल में एक रहस्यमयी वन्यजीव के बच्चे की मौजूदगी ने वन विभाग और स्थानीय लोगों को सतर्क कर दिया है। ग्रामीणों ने तेंदुआ जैसे दिखने वाले इस जानवर को देखकर तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और निगरानी शुरू कर दी गई।

डिप्टी रेंजर संतोष रात्रे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने इलाके की खोजबीन के लिए ड्रोन कैमरों का सहारा लिया। कटघोरा वनमंडल के डीएफओ निशांत झा ने बताया कि जानवर की प्रजाति की पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक आकलन के आधार पर यह विलुप्तप्राय प्रजाति की जंगली बिल्ली — फेलिस चाउस — का शावक हो सकता है। यह प्रजाति आमतौर पर झाड़ीदार और घने जंगलों में पाई जाती है और बहुत ही कम नजर आती है।

इस जानवर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे स्थानीय क्षेत्र में कार्यरत एक निजी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बनाया गया बताया जा रहा है। वीडियो में जानवर की हरकतें और चाल काफी हद तक तेंदुए से मेल खाती नजर आ रही हैं, जिससे लोगों में जिज्ञासा के साथ-साथ हल्की चिंता भी देखी जा रही है।

वन विभाग ने फिलहाल उस क्षेत्र को आंशिक रूप से प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है और लोगों से जंगल की ओर न जाने की अपील की है। अधिकारी इस रहस्यमयी वन्यजीव की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं और उसके ठिकाने की सटीक जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं।

गौरतलब है कि कोरबा क्षेत्र में पहले भी दुर्लभ और खतरनाक वन्यजीव देखे जा चुके हैं। कुछ समय पहले चैतुरगढ़ के जंगलों में बाघ की उपस्थिति की पुष्टि हुई थी, वहीं पाली क्षेत्र में हाथियों का झुंड भी कई बार देखा गया है, जिससे यह इलाका वन्यजीवों के लिए उपयुक्त आवास माना जाता है।

वन विभाग का कहना है कि जैसे ही जानवर की पुष्टि हो जाएगी, उसकी सुरक्षा और क्षेत्रीय संतुलन के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोगों को फिलहाल सतर्क रहने और किसी भी गतिविधि की जानकारी विभाग को देने की अपील की गई है।

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