रायपुर। अमेरिका की हालिया ट्रैवल एडवाइजरी ने छत्तीसगढ़ सहित भारत के छह राज्यों को लेकर चिंता जताई है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी इस एडवाइजरी में माओवादी हिंसा और कानून-व्यवस्था के हालात को देखते हुए अपने नागरिकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। इस मामले ने अब छत्तीसगढ़ की सियासत में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस ने इसे राज्य सरकार की विफलता करार दिया है, वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर प्रदेश को बदनाम करने का आरोप लगाया है।
क्या कहा गया है अमेरिकी ट्रैवल एडवाइजरी में?
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की इस एडवाइजरी में माओवाद प्रभावित इलाकों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और मेघालय के ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सली हिंसा का खतरा है। अमेरिकी कर्मचारियों को इन राज्यों के ग्रामीण हिस्सों में जाने से पहले विशेष अनुमति लेनी होगी। हालांकि, राज्यों की राजधानियों की यात्रा के लिए ऐसी अनुमति जरूरी नहीं बताई गई है। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों और सरकारी अधिकारियों को नक्सलियों ने कई बार निशाना बनाया है।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने X (ट्विटर) पर लिखा— "ये है अमृत काल? प्रधानमंत्री की अंतरराष्ट्रीय छवि के दावे अब सवालों के घेरे में हैं। छत्तीसगढ़ को 'हाई रिस्क स्टेट' बताना चिंताजनक है।"
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने भी निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिकी दस्तावेज में रायपुर के अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों को असुरक्षित बताना राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को उजागर करता है।
पूर्व मंत्री टीएस सिंहदेव ने तीखी प्रतिक्रिया में लिखा— "महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से अमेरिका की चेतावनी सरकार की असलियत दिखाती है। 'बेटी बचाओ' अब सिर्फ नारों तक सीमित रह गया है।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विकास उपाध्याय ने कहा— "यह एडवाइजरी भाजपा सरकार की विफलता का अंतरराष्ट्रीय प्रमाण है। छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था अब वैश्विक स्तर पर सवालों में है।"
भाजपा का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रमुख अमित चिमनानी ने कहा— "कांग्रेस के नेता अमेरिकी दस्तावेज को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। एडवाइजरी में सिर्फ सतर्कता बरतने को कहा गया है, न कि यात्रा न करने को। कांग्रेस नेता अपने ही राज्य को बदनाम कर रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए।"
भारत की वैश्विक स्थिति बेहतर
हाल ही में ग्लोबल पीस इंडेक्स 2025 में भारत को अमेरिका से बेहतर स्थिति में बताया गया है। इस रिपोर्ट में भारत 115वें स्थान पर है जबकि अमेरिका 128वें स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने सुरक्षा और आतंकवाद से जुड़ी कुछ श्रेणियों में सुधार किया है, जिससे उसकी वैश्विक रैंकिंग में सकारात्मक बदलाव आया है।