रायपुर, 22 जून 2025 – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज से दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। यह दौरा नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र और राज्यों के समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से बेहद अहम माना जा रहा है। अपने प्रवास के पहले दिन वे रायपुर में नक्सल प्रभावित राज्यों के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, वहीं दूसरे दिन वे नारायणपुर में बीएसएफ कैंप और अबूझमाड़ क्षेत्र का दौरा करेंगे।
नक्सल विरोधी रणनीति पर उच्चस्तरीय बैठक
22 जून को शाह रायपुर में छत्तीसगढ़ और इसके सीमावर्ती राज्यों – महाराष्ट्र, झारखंड, तेलंगाना और ओडिशा – के डीजीपी और एडीजी स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में नक्सल प्रभावित इलाकों में संयुक्त अभियान, खुफिया सूचना साझा करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में फोर्स की मूवमेंट को लेकर विस्तृत रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री पड़ोसी राज्यों को निर्देश देंगे कि वे छत्तीसगढ़ के साथ समन्वय बनाकर अपने-अपने सीमावर्ती इलाकों में भी अलर्ट रहें और नक्सल विरोधी अभियानों में सक्रिय भागीदारी करें।
वामपंथी उग्रवाद पर विशेष समीक्षा
इस उच्चस्तरीय बैठक के बाद गृह मंत्री वामपंथी उग्रवाद की वर्तमान स्थिति पर एक विशेष समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें आईबी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनआईए, और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इस समीक्षा में सुरक्षा बलों की तैनाती, ऑपरेशनल चुनौतियां, और स्थानीय सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अबूझमाड़ के ग्रामीणों से सीधा संवाद
23 जून को अमित शाह अबूझमाड़ क्षेत्र के दौरे पर जाएंगे, जो दशकों से नक्सल प्रभाव में रहा है। इस दौरान वे स्थानीय ग्रामीणों से संवाद करेंगे और केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी लेंगे। माना जा रहा है कि यह संवाद स्थानीय विश्वास बहाली और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
बीएसएफ कैंप में जवानों से मुलाकात
अपने दौरे के अंतिम चरण में शाह नारायणपुर जिले के इरकभट्टी स्थित बीएसएफ कैंप पहुंचेंगे, जहां वे सुरक्षा बलों के जवानों से सीधे मुलाकात कर उनका हालचाल लेंगे और उन्हें प्रोत्साहित करेंगे। जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ वे सुरक्षा तैयारियों का भी जायजा लेंगे।
दौरे के मुख्य बिंदु:
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22 जून: डीजीपी-एडीजी स्तर की बैठक, वामपंथी उग्रवाद पर समीक्षा
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23 जून: अबूझमाड़ में ग्रामीण संवाद, इरकभट्टी बीएसएफ कैंप दौरा
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फोकस: सीमा-पार समन्वय, ऑपरेशनल स्ट्रैटेजी, स्थानीय विकास और जवानों का मनोबल
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ यह दौरा एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है, जिसमें रणनीतिक फैसलों के साथ-साथ मानवीय जुड़ाव को भी प्राथमिकता दी जा रही है।