रायपुर, छत्तीसगढ़ — राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र संगठन NSUI (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) ने गुरुवार को राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रायपुर में कलेक्टर कार्यालय के सामने सैकड़ों NSUI कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर गौरव सिंह को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें शिक्षा से जुड़ी चार बड़ी समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से उठाया गया।
शिक्षा को लेकर सरकार का रवैया गैर-जिम्मेदाराना: नीरज पांडेय
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “राज्य की शिक्षा नीति में भारी असंवेदनशीलता दिख रही है। स्कूल बंद किए जा रहे हैं, शिक्षकों की पोस्ट घटाई जा रही है, और जिन वादों पर चुनाव जीता गया था, उन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया। यह शिक्षा के अधिकार का सीधा उल्लंघन है।”
NSUI की चार प्रमुख मांगें
1. स्कूल बंदी और शिक्षक कटौती पर रोक:
NSUI ने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में 10,464 शासकीय स्कूलों को बंद करने और 35,000 शिक्षकों के पदों को खत्म करने का निर्णय लिया गया है, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) के खिलाफ है। संगठन ने मांग की है कि यह फैसला तुरंत वापस लिया जाए।
2. शिक्षक भर्ती वादा लागू किया जाए:
2023 के विधानसभा चुनाव में सरकार ने 57,000 शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था, जिसे अब तक अमल में नहीं लाया गया है। NSUI ने कहा कि इस कारण शिक्षित बेरोजगारों में भारी आक्रोश है और सरकार की वादा-खिलाफी से युवाओं का विश्वास टूट रहा है।
3. आत्मानंद स्कूलों के बजट में देरी:
राज्य सरकार द्वारा संचालित उत्कृष्ट आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को समय पर बजट नहीं दिए जाने से संचालन बाधित हो रहा है। NSUI ने इसे प्रशासनिक लापरवाही करार दिया और समय पर बजट मुहैया कराने की मांग की।
4. स्कूलों को बिजली बिल नोटिस का विरोध:
संगठन ने बताया कि कई शासकीय स्कूलों को बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी वाले नोटिस जारी किए गए हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है। इसे NSUI ने शिक्षा विरोधी नीति करार देते हुए तत्काल प्रभाव से नोटिस वापस लेने की मांग की।
प्रमुख छात्र नेता रहे मौजूद
ज्ञापन सौंपने वालों में NSUI के प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल, रायपुर जिला अध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी, कुणाल दुबे, निखिल बंजारी, पुनेश्वर लहरे, वैभव मुंजेवर, अंकित पांडे, अंकित बंजारे, आशीष तिवारी, शुभांशु सिंह, प्रियांशु सिंह, दिव्यांश श्रीवास्तव और दिवेश समेत कई छात्र नेता शामिल रहे।
प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि यदि मांगों पर जल्द कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है, तो NSUI प्रदेशभर में चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी। संगठन ने चेतावनी दी कि शिक्षा से जुड़ी लापरवाहियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार को इसका राजनीतिक मूल्य चुकाना पड़ेगा।
