भिलाई में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारियों का गिरोह धरा, लेखापाल से 24 हजार की वसूली का मामला


 

दुर्ग/भिलाई। भिलाई के एक आपराधिक गिरोह ने फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर एक लेखापाल अधिकारी को मोबाइल चोरी के झूठे आरोप में फंसाकर 24 हजार रुपए की वसूली की। पीड़ित की शिकायत पर दुर्ग पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या हुआ था?

नेहरू नगर ईस्ट, सुपेला निवासी दुर्गा प्रसाद नायक (38) ने 27 जून को स्मृति नगर चौकी में शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी वेदान्त चौरसिया ने उन्हें फोन कर खुद को भिलाई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और दूसरे साथी किशोर कुमार उर्फ रॉकी (एमबीबीएस) से बात कराई। उन्होंने पीड़ित को धमकी दी कि मोबाइल चोरी के एक मामले में उनका नाम आ रहा है और उन्हें इमली तालाब के पास आकर मिलना होगा।

जब पीड़ित वहां पहुंचा, तो आरोपी भूपेंद्र सोनी ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए उसे डराया-धमकाया। साथियों अमन और रॉकी ने मामला रफा-दफा करने के नाम पर 24 हजार रुपए की मांग की। डर के मारे पीड़ित ने पैसे दे दिए।

पुलिस ने कैसे पकड़ा?

पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की और स्मृति नगर चौकी में लगे गुंडा बदमाशों के फ्लेक्स से आरोपी भूपेंद्र सोनी की पहचान की। इसके बाद पुलिस टीम ने सुपेला स्थित उसके निवास पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

आरोपियों का रिकॉर्ड

  • भूपेंद्र सोनी (41) – पूर्व में स्मृति नगर चौकी में 5 और जामुल थाना में 1 मामला दर्ज।

  • वेदान्त चौरसिया (25) – हाउसिंग बोर्ड, कोहका निवासी।

  • शोहेब खान उर्फ अमन (28) – आर्य नगर, कोहका निवासी।

पुलिस ने आरोपियों से 3 मोबाइल, 30 हजार नकद और एक बाइक जब्त की है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस की चेतावनी

सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति के फोन आने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसे धोखाधड़ी के मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराएं लगाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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