छत्तीसगढ़ में बीते चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। मंगलवार सुबह से रायपुर में तेज बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया। बलौदाबाजार में खेत डूब गए हैं, वहीं सरगुजा संभाग में नदी-नाले उफान पर हैं।
मौसम विभाग ने राजनांदगांव, दुर्ग, बालोद और कांकेर जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। रायपुर, धमतरी, कोरबा, महासमुंद समेत 15 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और बीजापुर, कोंडागांव व बस्तर में यलो अलर्ट है। सरगुजा संभाग के छह जिलों में बिजली गिरने का भी खतरा बताया गया है।
बिलासपुर में जलभराव, वाटरफॉल में फंसे पांच लोगों का रेस्क्यू
सोमवार को बिलासपुर में भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए। नालों का पानी सड़कों पर आ गया। वहीं, कोरबा के देवप्रहरी वाटरफॉल में सेल्फी पॉइंट पर फंसे तीन लड़कियों और दो लड़कों को ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
प्रदेश में औसत 291.9 मिमी बारिश, कुछ जिलों में भारी नुकसान
प्रदेश में अब तक औसतन 291.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बलरामपुर में सर्वाधिक 447.8 मिमी और बेमेतरा में सबसे कम 113.7 मिमी बारिश हुई है। राजनांदगांव में औसत से 60% कम बारिश दर्ज की गई है, जिससे खरीफ फसल की बुवाई पर असर पड़ा है।
पुल बहने से गांवों का संपर्क टूटा
बलरामपुर में तेज बारिश से पुल बह जाने के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। उधर, बीजापुर में सबसे ज्यादा 382 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
लंबा रह सकता है मानसून, बिजली गिरने से रहें सतर्क
इस साल मानसून समय से पहले 24 मई को ही केरल पहुंच गया था और इसके लंबा खिंचने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आकाशीय बिजली दोपहर के समय ज्यादा गिरती है और इससे बचाव के लिए ऊंची जगहों व बिजली के खंभों से दूर रहना जरूरी है।
सावधानी ही सुरक्षा
-
खुले मैदान, खेतों और पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
-
मोबाइल और धातु के सामानों का उपयोग बारिश के दौरान न करें।
-
सुरक्षित ठिकानों पर शरण लें।
प्रदेश में अगले कुछ दिन और तेज बारिश की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।