रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने इस बार मानसून के मद्देनजर अंडरब्रिज में जलभराव से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर साल बारिश में जलमग्न होने वाले अंडरब्रिजों को लेकर इस बार रेलवे सख्त है। रायपुर रेल मंडल के तहत आने वाले 43 अंडरब्रिजों में हाई पावर पंप लगाए गए हैं ताकि पानी भरने की समस्या को तुरंत दूर किया जा सके।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इन अंडरब्रिजों में 5 से 20 हॉर्सपावर क्षमता वाले दो-दो पंप लगाए गए हैं, जो बारिश के दौरान तुरंत पानी बाहर निकालेंगे। रेलवे के मुताबिक, कुल 52 अंडरब्रिजों में से 43 अंडरब्रिजों की जिम्मेदारी रेलवे की है, जबकि बाकी 9 अंडरब्रिज राज्य शासन के अधीन आते हैं।
हर अंडरब्रिज पर रहेगा जिम्मेदार रेलकर्मी, नंबर भी जारी
रेलवे ने हर अंडरब्रिज पर संबंधित रेलकर्मी का नाम और मोबाइल नंबर लिखकर बोर्ड लगाए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोग तत्काल संपर्क कर सकें। बलौदा बाजार, भाटापारा, मांढर, टेकरी, अमानाका, उरला, सुपेला, भिलाई, नेहरू नगर, रायपुर नाका, मंदिर हसौद, लखोली, दुर्ग-दल्लीराजहरा सहित प्रमुख अंडरब्रिजों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
ट्रैक और पहाड़ी क्षेत्रों पर भी निगरानी बढ़ी
रेलवे ने सिर्फ अंडरब्रिज ही नहीं, बल्कि ट्रैक, पुलों, ड्रेनेज सिस्टम और पहाड़ी इलाकों पर भी विशेष सतर्कता बरती है। सभी साइड ड्रेनों और पुलों की सफाई पहले ही पूरी कर ली गई है। जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त की गई है ताकि पानी का बहाव ट्रैक से दूर रहे।
इसके अलावा, जिन पहाड़ी क्षेत्रों में बोल्डर गिरने का खतरा रहता है, वहां से सभी ढीले पत्थर हटा दिए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में 24 घंटे गश्त करने वाले दल तैनात किए गए हैं। रेलवे का यह भी कहना है कि ट्रैक सर्किट वाले यार्ड व स्टेशनों पर क्रॉस ड्रेनेज व्यवस्था को पूरी तरह क्रियान्वित कर दिया गया है।
कर्मचारियों को दिए गए विशेष निर्देश
रेलवे ने अपने कर्मचारियों को पेड़ों की छंटाई, तूफानी मौसम में सतर्कता बरतने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। रेलवे का दावा है कि इस बार मानसून के दौरान यात्री सेवाएं बाधित नहीं होंगी।
जनता को राहत की उम्मीद
हर साल अंडरब्रिजों में जलभराव से परेशान रहने वाले राहगीरों और वाहन चालकों को इस बार बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। रेलवे की इस पहल से यातायात व्यवस्था सुचारू रहने के आसार बढ़ गए हैं।
रेलवे का स्पष्ट संदेश: "बरसात हो या तूफान, रेल यातायात रहेगा सुरक्षित।"