बिलासपुर में बिजली विभाग की मनमानी: छंटाई के बहाने काट डाले दो हरे-भरे पेड़, एसडीएम ने दिए जांच के आदेश


 

बिलासपुर, छत्तीसगढ़।
शहर के सरकंडा क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही और मनमानी का मामला सामने आया है। सीपत रोड पर एक निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स के सामने लगे दो हरे-भरे पेड़ों को विभागीय कर्मचारियों ने छंटाई के नाम पर पूरी तरह काट डाला। यह कार्रवाई बिना किसी आधिकारिक अनुमति के की गई, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।

स्थानीय नागरिकों ने घटना का वीडियो बनाकर प्रशासनिक अधिकारियों को भेजा है, जिसमें साफ तौर पर बिजली विभाग की टीम को पेड़ काटते हुए देखा जा सकता है। आरोप है कि कॉम्प्लेक्स के संचालक और बिजली विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से यह हरकत की गई, ताकि कॉम्प्लेक्स के सामने का हिस्सा पूरी तरह साफ नजर आए।

बिजली तारों की सुरक्षा के नाम पर किया गया आवेदन

मामला तब उजागर हुआ जब पता चला कि कॉम्प्लेक्स संचालक ने बिजली खंभा हटाने और पेड़ों की छंटाई के लिए विभाग में आवेदन किया था। आवेदन में यह बताया गया कि पेड़ों की टहनियां बिजली तारों को छू रही हैं, जिससे खतरा हो सकता है। इसी आधार पर बिजली विभाग की टीम सोमवार दोपहर को मौके पर पहुंची, लेकिन छंटाई के बजाय पूरे पेड़ ही काट डाले गए।

विरोध के बाद लीपापोती

जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया और वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू की, तो बिजली विभाग के कर्मचारी सफाई देने लगे कि उन्होंने सिर्फ टहनियों की छंटाई की है, पेड़ नहीं काटे हैं। लेकिन मौके से मिले सबूतों और वीडियो फुटेज ने उनकी बात को झूठा साबित कर दिया।

एसडीएम ने मौके पर भेजी जांच टीम

मामले की शिकायत मिलने के बाद एसडीएम मनीष साहू ने तुरंत एक जांच टीम को घटनास्थल पर रवाना किया। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि पेड़ों की पूरी तरह कटाई की गई है और इसके लिए किसी प्रकार की अनुमति संबंधित वन या नगर निगम विभाग से नहीं ली गई थी। जांच टीम ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पर्यावरण संरक्षण की बातों पर सवाल

स्थानीय निवासियों ने इस घटना को पर्यावरण विरोधी करार दिया है। उनका कहना है कि सरकार जहां एक ओर हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को बचाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी विभाग के ही कर्मचारी हरे-भरे पेड़ काट रहे हैं। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि पर्यावरण के प्रति सरकार की कथनी और करनी में फर्क भी उजागर करता है।

एसडीएम का बयान

एसडीएम मनीष साहू ने कहा, "मामले को गंभीरता से लिया गया है। जांच टीम ने अपना काम शुरू कर दिया है। रिपोर्ट मिलते ही नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि बिना अनुमति पेड़ काटे गए हैं, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।"

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