रायपुर में NSUI का प्रदर्शन: हॉस्टल की बदहाल व्यवस्था के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री का घेराव


 

रायपुर, 15 जुलाई 2025 — पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर के छात्रों को लंबे समय से हॉस्टल की बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों की इसी समस्या को लेकर आज NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया।

सुबह से ही बड़ी संख्या में NSUI कार्यकर्ता हाथों में बैनर और पोस्टर लिए मंत्री निवास की ओर कूच करने लगे। सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन इसके बावजूद छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था। नारों की गूंज के बीच प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की और मंत्री बंगले की ओर बढ़े।

बुनियादी सुविधाओं का टोटा

छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में पीने योग्य साफ पानी तक उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, शौचालयों की हालत खराब है, बिजली की अनियमित आपूर्ति, सुरक्षा की कमी और गंदगी का आलम छात्रों की सेहत और मानसिक स्थिति दोनों पर असर डाल रहा है। छात्रों ने बताया कि कई बार प्रशासन को शिकायत दी गई, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला।

NSUI ने दी चेतावनी

NSUI के प्रतिनिधियों ने कहा कि अब छात्रों का सब्र टूट चुका है। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही हालात नहीं सुधारे गए तो यह आंदोलन और व्यापक होगा। प्रदर्शन के दौरान NSUI ने कहा, “हम छात्रों की आवाज उठाने के लिए सड़क पर उतरे हैं। सरकार को अब यह समझना होगा कि शिक्षा सिर्फ किताबों से नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता से भी जुड़ी है। हॉस्टल में रह रहे मेडिकल छात्र दिन-रात सेवा भाव में खुद को तैयार कर रहे हैं और उन्हें इंसान के बुनियादी हक भी नहीं मिल रहे।”

सरकार की चुप्पी पर सवाल

प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री लगातार इस विषय पर अनजान बने हुए हैं, जबकि कॉलेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं लगातार तनाव और असुविधा में जीवन बिता रहे हैं।

क्या बोले छात्र

एक एमबीबीएस छात्रा ने कहा, “हमने हर स्तर पर शिकायत की — वार्डन से लेकर प्रिंसिपल तक। लेकिन न शुद्ध पानी मिला, न मरम्मत हुई। छात्राओं के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक है, खासकर जब सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं।”

आगे की रणनीति

NSUI ने यह स्पष्ट किया है कि अगर सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम नहीं उठाती, तो राज्यभर के मेडिकल कॉलेजों में विरोध की लहर दौड़ सकती है। संगठन ने बताया कि आने वाले दिनों में छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को स्वास्थ्य विभाग में ज्ञापन सौंपा जाएगा और राज्यपाल से भी मुलाकात की मांग की जाएगी।

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