राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के अन्य राजकीय विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेजों में स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया ओपन काउंसलिंग के माध्यम से जारी है। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं दाखिले के लिए पहुंचे। खासकर साइंस कॉलेज, रायपुर में जबरदस्त भीड़ देखी गई।
साइंस कॉलेज में बायो और मैथ्स की सीटें तेजी से भरीं
साइंस कॉलेज में B.Sc. बायो ग्रुप में 464 सीटों में से 441 पर एडमिशन हो गया है। वहीं मैथ्स ग्रुप की 420 सीटों में से 298 सीटें भर चुकी हैं। बीसीए की 50 सीटें भी पूरी तरह भर गई हैं। MSC की बात करें तो जियोलॉजी और डिफेंस स्टडीज को छोड़कर लगभग सभी विषयों में सीटें भर चुकी हैं। छात्रों की भारी भीड़ और काउंसलिंग में सक्रियता से यह स्पष्ट हो गया कि इस वर्ष साइंस विषयों में युवाओं का रुझान काफी ज्यादा है।
छत्तीसगढ़ कॉलेज में बीकॉम पूरी तरह फुल
छत्तीसगढ़ कॉलेज में बीकॉम की सभी 260 सीटें भर चुकी हैं। यह इंगित करता है कि वाणिज्य विषय भी छात्रों के बीच उतना ही लोकप्रिय हो गया है जितना कि विज्ञान। बीए में 365 सीटों में से केवल 30 ही खाली रह गई हैं। बीएससी बायो में अब भी 42 सीटें खाली हैं, जबकि मैथ्स ग्रुप में 65 सीटें शेष हैं।
डीबी गर्ल्स कॉलेज में तीनों स्ट्रीम में लगभग सीटें फुल
डीबी गर्ल्स कॉलेज रायपुर में आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स तीनों स्ट्रीम में जबरदस्त एडमिशन हुए हैं। अधिकांश सीटों पर दाखिला हो चुका है। छात्राओं ने इस कॉलेज को बड़ी संख्या में प्राथमिकता दी है।
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर अब प्रवेश
हालांकि ओपन काउंसलिंग के बावजूद अभी भी राज्य के कई शासकीय कॉलेजों में UG और PG की सीटें खाली हैं। अब कॉलेजों ने निर्णय लिया है कि शेष सीटों पर प्रवेश "पहले आओ, पहले पाओ" के फॉर्मूले के तहत 14 अगस्त तक दिए जाएंगे। इससे उन छात्रों को मौका मिलेगा जो किसी कारणवश काउंसलिंग में भाग नहीं ले सके थे।
31 जुलाई तक की स्थिति में कितनी सीटें खाली?
31 जुलाई की स्थिति में प्रदेश के विश्वविद्यालयों और उनके अधीनस्थ कॉलेजों में कितनी सीटें शेष हैं, इसकी विस्तृत रिपोर्ट आने वाले कुछ दिनों में जारी की जाएगी। यह रिपोर्ट यह दर्शाएगी कि किस विषय में छात्रों का रुझान अधिक रहा और किस विषय में अपेक्षित रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका।