कोरबा जिले में नशे के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार दबिश दी जा रही है। अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध शराब और नशे के अन्य पदार्थों की बिक्री तथा सेवन पर रोक लगाना है। इसी कड़ी में दीपका पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सामुदायिक भवन में उत्पात की सूचना पर छापा
मिली जानकारी के अनुसार, दीपका थाना क्षेत्र के ज्योति नगर बस्ती स्थित सामुदायिक भवन में कुछ लोग नशे की हालत में उत्पात मचा रहे थे। शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। टीम ने चारों ओर से घेराबंदी कर आरोपियों को हिरासत में लिया। इस दौरान तलाशी अभियान में पौवा देसी शराब, नौ लीटर कच्ची महुआ शराब और गांजा बरामद किया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम
गिरफ्तार लोगों में सुजीत कुमार सिंह, दीनानाथ यादव, देवव्रत साहू, छेदीलाल डाकुआ, बजरंग सोनी, मनोज कुमार पांडे और प्रीति मरकाम शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि इन सभी पर आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
जिलेभर में चला अभियान
दीपका क्षेत्र ही नहीं, बल्कि कोरबा जिले के कटघोरा, उरगा और पाली थाना क्षेत्रों में भी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दबिश दी। इस दौरान अलग-अलग जगहों से सुंद देवांगण, समारू यादव, पप्पू कुमार चौहान और प्रीति मरकाम से कुल 165 लीटर कच्ची शराब जब्त की गई। जब्त की गई शराब की अनुमानित कीमत करीब 16,640 रुपए बताई गई है।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नशे के खिलाफ यह अभियान केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सतत प्रक्रिया है। आने वाले दिनों में और भी सघन कार्रवाई की जाएगी।
अवैध कारोबार पर निगरानी
पुलिस ने बताया कि अवैध शराब के निर्माण, परिवहन और बिक्री करने वालों की पहचान लगातार की जा रही है। इसके लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। स्थानीय मुखबिरों को सक्रिय किया गया है, ताकि समय रहते सूचना मिल सके और बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खेप पकड़ी जा सके।
पुलिस की सख्त चेतावनी
जिला पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया है कि नशे का कारोबार समाज के लिए गंभीर चुनौती है। यह न केवल अपराध को जन्म देता है, बल्कि युवाओं के भविष्य को भी बर्बाद करता है। इस वजह से पुलिस ने तय किया है कि किसी भी परिस्थिति में ऐसे कारोबार को बढ़ने नहीं दिया जाएगा।
नागरिकों से अपील
पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस अभियान में सहयोग करें। यदि कहीं अवैध शराब बनते या बिकते दिखाई दे, या नशे के कारोबार से संबंधित कोई गतिविधि नजर आए, तो इसकी सूचना तुरंत थाने को दें।
समाज पर असर
नशे की आदतें न केवल व्यक्ति को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि परिवार और समाज पर भी बुरा असर डालती हैं। इस वजह से पुलिस की यह पहल नशे से मुक्त वातावरण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि नशेड़ियों के उत्पात से मोहल्लों में डर और असुरक्षा का माहौल बना रहता था। अब इस तरह की कार्रवाई से आम लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
लगातार जारी रहेगा अभियान
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में नशे के खिलाफ अभियान और भी कड़ा होगा। गांव-गांव और बस्तियों तक जाकर तलाशी की जाएगी। अवैध शराब का कारोबार करने वालों और इसमें शामिल गिरोहों पर विशेष नजर रखी जाएगी।