रायपुर। राजधानी में घरेलू विवाद ने एक बार फिर भयावह रूप ले लिया। विधानसभा थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम एक दिल दहला देने वाली वारदात में देवर ने अपनी ही भाभी को चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस ने आरोपी को कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
घटना रिंग रोड-3 स्थित एसबीआई बैंक के पास रहने वाले बंजारे परिवार के घर की है। गुरुवार शाम करीब 7 बजे घर में मौजूद कामेश्वर बंजारे का अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। उस वक्त उसकी भाभी संगीता बंजारे (35) भी वहीं घर की सीढ़ियों पर बैठी हुई थी। जब विवाद बढ़ा, तो संगीता ने बीच-बचाव करते हुए देवरानी का पक्ष लिया और कामेश्वर को समझाने लगी।
कामेश्वर को यह बात नागवार गुज़री और उसने पहले संगीता से बहस की, फिर गुस्से में आकर किचन से चाकू उठा लाया और हमला कर दिया। जान बचाने के लिए संगीता घर से बाहर भागी, लेकिन कामेश्वर ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। करीब 200 मीटर तक पीछा करने के बाद सड्डू के पेट्रोल पंप के पास जब संगीता गिर पड़ी, तो आरोपी ने गले में चाकू से वार कर दिया। वहीं संगीता सड़क पर खून से लथपथ पड़ी रही।
इसी दौरान संगीता का बेटा, जो घर में मौजूद था, डर के मारे अपने पिता देवेंद्र दास बंजारे को फोन करके बताया कि चाचा ने मम्मी को मार दिया है। देवेंद्र, जो ऑटो चला रहा था, तुरंत सवारी को उतार कर घटनास्थल की ओर भागा। जब वह पहुंचा, तो वहां पहले से ही भीड़ जमा थी और उसकी पत्नी बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी।
देवेंद्र ने तत्काल संगीता को ऑटो में डालकर मोवा स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संगीता की मौत की पुष्टि के बाद पूरे मोहल्ले में मातम छा गया। बताया गया है कि कामेश्वर बंजारे पहले भी घर में झगड़े और गाली-गलौज के लिए कुख्यात था।
घटना के बाद कामेश्वर मौके से फरार होकर खरोरा की ओर भाग गया, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार सुबह उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
उरला में मजदूर की पीट-पीटकर हत्या
वहीं दूसरी ओर उरला थाना क्षेत्र में एक मजदूर की पिटाई के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। 5 अगस्त की शाम नव दुर्गा इस्पात फैक्ट्री के सामने कुछ बदमाश युवकों ने किरत साहू नामक मजदूर पर लाठी, डंडे और रॉड से हमला कर दिया था। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
मृतक किरत साहू की मौत की खबर जैसे ही फैली, बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और फैक्ट्री तथा थाने का घेराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की और सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
फिलहाल उरला पुलिस ने इस मामले में 3 से 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। मारपीट की असली वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इन घटनाओं से उठे कई सवाल
दोनों ही घटनाओं ने एक बार फिर से घरेलू हिंसा और सार्वजनिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर परिवार के भीतर बढ़ते विवादों का भयावह रूप सामने आ रहा है, वहीं दूसरी ओर खुलेआम मारपीट और हत्या की घटनाएं शहर की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रही हैं।