खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने राज्य खेल अलंकरण पुरस्कारों के लिए पात्र खिलाड़ियों और विभूतियों की अंतरिम सूची जारी कर दी है। यह सूची लंबे समय से खिलाड़ियों और खेल जगत से जुड़े लोगों द्वारा प्रतीक्षित थी। विभाग को पिछले दो वर्षों यानी 2023-24 और 2024-25 के लिए कुल 403 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें 2023-24 के लिए 164 और 2024-25 के लिए 239 आवेदन शामिल हैं।
सबसे बड़े और प्रतिष्ठित शहीद राजीव पांडेय अवॉर्ड में दो वर्षों के लिए 12 सीनियर स्तर के पदक विजेता खिलाड़ियों का चयन किया गया है। यह अवॉर्ड उन खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है। विभाग द्वारा की गई इस घोषणा से खिलाड़ियों और उनके परिजनों में उत्साह का माहौल है।
सूची जारी करने के बाद विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह केवल अंतरिम सूची है। यानी 27 अगस्त तक चयनित नामों को लेकर दावा-आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। इसके बाद राज्य स्तरीय निर्णायक समिति की बैठक होगी और अंतिम सूची जारी की जाएगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य पारदर्शिता बनाए रखना और किसी भी पात्र खिलाड़ी के साथ न्याय सुनिश्चित करना है।
अंतरिम सूची में सबसे ज्यादा नाम बिलासपुर जिले से सामने आए हैं। यहां के 22 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इसके बाद दुर्ग जिले के 12 और रायपुर जिले के 10 खिलाड़ियों को सूची में स्थान दिया गया है। यह बताता है कि इन जिलों के खिलाड़ी लगातार मेहनत और प्रदर्शन से राज्य को गौरवान्वित कर रहे हैं।
राज्य खेल अलंकरण का महत्व केवल खिलाड़ियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरित करता है। ऐसे पुरस्कारों से युवा खेलों की ओर आकर्षित होते हैं और उन्हें यह विश्वास मिलता है कि मेहनत और समर्पण से उन्हें भी सम्मान मिल सकता है।
पिछले दो वर्षों में विभिन्न खेल विधाओं से आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें एथलेटिक्स, कबड्डी, हॉकी, तैराकी, बॉक्सिंग, कुश्ती, वॉलीबॉल और अन्य खेल शामिल हैं। चयन प्रक्रिया में खिलाड़ियों की उपलब्धियों, पदक जीतने की संख्या, उनके खेल में निरंतर योगदान और राज्य का गौरव बढ़ाने वाले पहलुओं को ध्यान में रखा गया है।
शहीद राजीव पांडेय अवॉर्ड के साथ ही अन्य श्रेणियों में भी योग्य खिलाड़ियों और खेल विभूतियों के नाम चयनित किए गए हैं। कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो वर्षों से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और पहली बार इस सूची में शामिल हुए हैं।
खेल विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अंतरिम सूची में नाम आने का अर्थ यह नहीं है कि अंतिम रूप से वही खिलाड़ी चुने जाएंगे। आपत्ति दर्ज होने और उसके निराकरण के बाद ही फाइनल सूची जारी होगी। यह प्रक्रिया 27 अगस्त के बाद पूरी की जाएगी।
खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के बीच इस घोषणा को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है। खेल संघों का कहना है कि इस तरह की प्रक्रिया से पारदर्शिता बनी रहती है और deserving खिलाड़ी ही सम्मानित होते हैं।
इस बार की सूची से यह भी साफ होता है कि छोटे शहरों और कस्बों के खिलाड़ी भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह राज्य खेल अवॉर्ड की परंपरा को और मजबूत करेगा। विभाग का यह कदम निश्चित ही खेलों के प्रति नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करेगा।